स्टार न्यूज़ एजेंसी
नई दिल्ली. नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (नालको) ने दामनजोड़ी, जिला कोरापुट में नालको की परियोजनाओं की स्थापना के कारण कुल 600 परिवार विस्थापित हुए थे। उनकी जिला प्रशासन और कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से पहचान की गई थी। समय के उस बिन्दु पर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दर के अनुसार नालको द्वारा अधिग्रहीत भूमि और घरों के लिए सभी विस्थापित/प्रभावित परिवारों को देय मौद्रिक मुआवजा अदा कर दिया गया है।
खान मंत्री और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री बिजय कृष्ण हांडिक ने आज लोकसभा में बताया कि भूमि अधिग्रहण के समय कंपनी की आरंभिक वचनबध्दता के अनुसार पहचान किए गए कुल 600 विस्थापित परिवरों में से 598 परिवारों को दामनजोड़ी मे विशेष रूप से निर्मित दो पुनर्वास कालोनियों में पुनवार्सित किया गया और शेष दो परिवारों ने अपने जन्मजात स्थान में ठहरने को तरजीह दी। 596 भूमि विस्थापित परिवारों से प्रत्येक एक नामित व्यक्ति को कंपनी में रोजगार प्रदान किया गया है। शेष चार मामलों में नालको जिला प्रशासन द्वारा नामांकन को अंतिम रूप न दिए जाने की बाधा के कारण आज तक रोजगार प्रदान नहीं कर सका है।