चांदनी
हैंडशेक यानि हाथ मिलाना एक अभिवादन ही नहीं हैए बल्कि यह हाथ मिलाने वाले व्यक्ति के व्यक्तित्व को भी बताता है। हाथ मिलाने से ही किसी व्यक्ति की भावनाओं, आत्मविश्वास और उसके व्यक्तित्व से जुड़े अनेक पहलुओं का पता चल जाता है। पाश्चात्य देशों और मुस्लिम देशों में हाथ मिलाने का चलन है। इन दोनों ही संस्कृतियों में हाथ मिलाने के तरीके एक-दूसरे बहुत ही अलग हैं। हम यहां बात करेंगे पाश्चात्य तरीके से हाथ मिलाने की।
नॉर्मल हैंडशेक-किसी से हल्की मुस्कराहट के साथ आराम से हाथ मिलाने को नॉर्मल हैंडशेक कहते हैं। इससे व्यक्ति का आत्मविश्वास और अपनापन झलकता है। ज्यादातर लोग इसी तरह हाथ मिलाते हैं।
जैकहैमर हैंडशेक- किसी से गर्मजोशी से हाथ मिलाने को जैकहैमर हैंडशेक कहते हैं। इससे व्यक्ति के आत्मविश्वास और आत्मबल का पता चलता है। दो देशों के प्रतिनिधि प्राय: इसी तरह हाथ मिलाकर अपने-अपने देशों के ताकतवर होने का परिचय देने का अहसास कराते हैं।
स्कवीजिंग हैंडशेक-किसी से हाथ मिलाते वक्त उसके हाथ को हल्का-सा दबा देने को स्कवीजिंग हैंडशेक
कहते हैं। पुरुष इसी तरीके से लड़कियों से हाथ मिलाना पसंद करते हैं। इसके जरिये वे लड़कियों को अपने पुरुषत्व का अहसास कराने की कोशिश करते हैं।
नेक्सट टू द बॉडी हैंडशेक-अपनी बाजू को अपने जिस्म से लगाकर किसी से हाथ मिलाने को नेक्सट टू द बॉडी हैंडशेक कहते हैं। इससे पता चलता है कि हाथ मिलाने वाला व्यक्ति खुद को बेहद रिजर्व रखना चाहता है और कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। सियासी दलों के लोग इस तरह हाथ मिलाना पसंद करते हैं।
फ्लैबी हैंडशेक-लापरवाही से हाथ मिलाने को फ्लैबी हैंडशेक कहते हैं। यह किसी व्यक्ति के लापरवाह होने का प्रतीक है। इससे पता चलता है कि व्यक्ति विश्वास के योग्य नहीं है।
प्रीजन हैंडशेक-किसी से हाथ मिलाने पर उसके हाथ को देर तक पकड़े रहने को प्रीजन हैंडशेक कहते हैं। इस तरह हैंडशेक करने से भी हाथ मिलाने वाले की छवि अच्छी नहीं बनती। वह बेहद फालतू किस्म का व्यक्ति प्रतीत होता है।
रोबोट हैंडशेक-बिना किसी भाव के लापरवाही से हाथ मिलाने को रोबोट हैंडशेक कहते हैं। इससे ऐसा लगता है जैसे सामने वाला मजबूरी में अभिवादन कर रहा है।