स्टार न्यूज़ एजेंसी
वाराणसी (उत्तर प्रदेश). कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश की राजनीति की दिशा तय करेगी. आज वाराणसी में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने पैरों पर खड़ी होकर इस प्रदेश को सही दिशा में ले जाएगी. उत्तर प्रदेश के पास ताक़त है बदलने की, उसे सिर्फ़ उम्मीद चाहिए. यहां लोगों को 22 सालों तक छला गया है. अब युवाओं की ज़िम्मेदारी है कि वे इसे जारी न रहने दें. यहां पर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है. मुझे लोगों की ताक़त का अहसास हुआ है, युवाओं की शक्ति का अहसास हुआ है, यहां कमी है तो सिर्फ़ नेतृत्व की, जो उन्हें दिशा दे सके.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उन्होंने सीखा है कि कैसे किसी बात पर डटे रहना चाहिए. मुझे मालूम है कि लोगों को बदलाव चाहिए और अब मुझे चुनाव के नतीजों की परवाह नहीं है. मैं यहां तब तक रहूंगा, जब तक उत्तर प्रदेश बदल नहीं जाता.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका यह मतलब नहीं है कि कांग्रेस चुनाव नहीं जीत रही है. इसका सीधा मतलब है कि हम जीत रहे हैं. हमें बहुत अच्छे नतीजे मिलेंगे, क्योंकि लोग हमारी तरफ़ देख रहे हैं. उत्तर प्रदेश में जो 22 साल से हो रहा है, वह किसी अपराध से कम नहीं है और इसको रोकना होगा.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो नेता हैं, वे जनता का सम्मान नहीं करते और आम आदमी की नहीं सुनते. वे समझते हैं कि उनके पास शक्ति है, जबकि नेता सिर्फ़ शक्ति का ट्रांसमीटर होता है. उनकी शक्ति शून्य है, मगर वे लोगों की बात सुनकर उसे ऊपर तक पहुंचाते हैं. मैं झूठा वादा नहीं करता और कुछ लोग मुझमें विश्वास करते हैं.
उन्होंने कहा कि मनरेगा हमारा विचार नहीं था, आप लोगों ने इसका विचार दिया और हमने उसे लागू किया. उत्तर प्रदेश की बदहाली का असर पूरे देश पर पड़ रहा है, क्योंकि यह सबसे बड़ा प्रदेश है . इंडिया यहां की बदहाली की क़ीमत चुका रहा है, मगर अब ऐसा नहीं होगा. हम होने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने कहा कि वह मुलायम सिंह और मायावती की इज्ज़त करते हैं और इनसे उन्होंने बहुत सीखा भी है, मगर यह दोनों नेता अब जनता के बीच नहीं जाते, उनका दर्द नहीं समझते. मैं उन पर कभी आक्षेप नहीं करता और जो कहता हूं, वह मैंने ख़ुद देखा है. अगर वे कहते हैं कि बुंदेलखंड को इस्राएल बना देंगे और मुफ्त बिजली देंगे, तो वे सच नहीं कह रहे हैं.
एक अन्य सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा की अब कांग्रेस केवल जनता से समझौता करेगी, किसी राज नीतिक दल से नहीं. उन्होंने कहा की मिशन 2012 केवल मीडिया की देन है. मेरा मिशन तो उत्तर पदेश बदलने का है. यहां ऐसी सरकार हो जो सबकी हो, सिर्फ़ प्रतिशत लोगों की नहीं, कभी चोर, कभी गुंडों की नहीं जिन्होंने यूपी का नाश किया है.
लोकपाल बिल पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह चाहते थे कि इलेक्शन कमीशन जैसी एक संवैधानिक संस्था बने जो स्वंतंत्र रूप से काम करे, मगर आडवाणी और कुछ अन्य नेताओं ने मज़ाक़ उडाया. गुजरात लोकायुक्त के ख़िलाफ़ है, मगर लोकपाल बन कर रहेगा, कोई चाहे या न चाहे. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा इस पर कड़ा रुख़ अपनाया है और मंत्रियों तक को जेल भेजा है.
एक अन्य सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रधानमंत्री बनने की नहीं है, उनकी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश को बदलने की है.
वाराणसी (उत्तर प्रदेश). कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश की राजनीति की दिशा तय करेगी. आज वाराणसी में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने पैरों पर खड़ी होकर इस प्रदेश को सही दिशा में ले जाएगी. उत्तर प्रदेश के पास ताक़त है बदलने की, उसे सिर्फ़ उम्मीद चाहिए. यहां लोगों को 22 सालों तक छला गया है. अब युवाओं की ज़िम्मेदारी है कि वे इसे जारी न रहने दें. यहां पर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है. मुझे लोगों की ताक़त का अहसास हुआ है, युवाओं की शक्ति का अहसास हुआ है, यहां कमी है तो सिर्फ़ नेतृत्व की, जो उन्हें दिशा दे सके.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उन्होंने सीखा है कि कैसे किसी बात पर डटे रहना चाहिए. मुझे मालूम है कि लोगों को बदलाव चाहिए और अब मुझे चुनाव के नतीजों की परवाह नहीं है. मैं यहां तब तक रहूंगा, जब तक उत्तर प्रदेश बदल नहीं जाता.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका यह मतलब नहीं है कि कांग्रेस चुनाव नहीं जीत रही है. इसका सीधा मतलब है कि हम जीत रहे हैं. हमें बहुत अच्छे नतीजे मिलेंगे, क्योंकि लोग हमारी तरफ़ देख रहे हैं. उत्तर प्रदेश में जो 22 साल से हो रहा है, वह किसी अपराध से कम नहीं है और इसको रोकना होगा.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो नेता हैं, वे जनता का सम्मान नहीं करते और आम आदमी की नहीं सुनते. वे समझते हैं कि उनके पास शक्ति है, जबकि नेता सिर्फ़ शक्ति का ट्रांसमीटर होता है. उनकी शक्ति शून्य है, मगर वे लोगों की बात सुनकर उसे ऊपर तक पहुंचाते हैं. मैं झूठा वादा नहीं करता और कुछ लोग मुझमें विश्वास करते हैं.
उन्होंने कहा कि मनरेगा हमारा विचार नहीं था, आप लोगों ने इसका विचार दिया और हमने उसे लागू किया. उत्तर प्रदेश की बदहाली का असर पूरे देश पर पड़ रहा है, क्योंकि यह सबसे बड़ा प्रदेश है . इंडिया यहां की बदहाली की क़ीमत चुका रहा है, मगर अब ऐसा नहीं होगा. हम होने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने कहा कि वह मुलायम सिंह और मायावती की इज्ज़त करते हैं और इनसे उन्होंने बहुत सीखा भी है, मगर यह दोनों नेता अब जनता के बीच नहीं जाते, उनका दर्द नहीं समझते. मैं उन पर कभी आक्षेप नहीं करता और जो कहता हूं, वह मैंने ख़ुद देखा है. अगर वे कहते हैं कि बुंदेलखंड को इस्राएल बना देंगे और मुफ्त बिजली देंगे, तो वे सच नहीं कह रहे हैं.
एक अन्य सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा की अब कांग्रेस केवल जनता से समझौता करेगी, किसी राज नीतिक दल से नहीं. उन्होंने कहा की मिशन 2012 केवल मीडिया की देन है. मेरा मिशन तो उत्तर पदेश बदलने का है. यहां ऐसी सरकार हो जो सबकी हो, सिर्फ़ प्रतिशत लोगों की नहीं, कभी चोर, कभी गुंडों की नहीं जिन्होंने यूपी का नाश किया है.
लोकपाल बिल पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह चाहते थे कि इलेक्शन कमीशन जैसी एक संवैधानिक संस्था बने जो स्वंतंत्र रूप से काम करे, मगर आडवाणी और कुछ अन्य नेताओं ने मज़ाक़ उडाया. गुजरात लोकायुक्त के ख़िलाफ़ है, मगर लोकपाल बन कर रहेगा, कोई चाहे या न चाहे. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा इस पर कड़ा रुख़ अपनाया है और मंत्रियों तक को जेल भेजा है.
एक अन्य सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रधानमंत्री बनने की नहीं है, उनकी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश को बदलने की है.