स्टार न्यूज़ एजेंसी
रामपुर (उत्तर प्रदेश). कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने टांडा में जनसभा को संबोधित करते हुए सीधे स्थानीय मुद्दे पर लोगों से सवाल किया. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक़्त नेता लोगों से बहुत वादे करते हैं, कहते है कि ये कर देंगे, वो कर देंगे, लेकिन करते कुछ भी नहीं. आप लोगों के क्षेत्र में पुल की ज़रूरत है, आप लोग इसकी मांग कब से कर रहे हो?
राहुल गांधी के सवाल पर जनता ने बताया कि उनकी यह मांग पिछले बीस सालों से है, जिसे उत्तर प्रदेश की किसी भी सरकार ने पूरा नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव के वक़्त मुलायम सिंह जी कह रहे हैं, बिजली मुफ्त में देंगे, जब ख़ुद मुख्यमंत्री थे तो लोगों के घरो में चार घंटे ही बिजली आती थी. भीड़ ने तुरंत कहा कि चार घंटे तो बहुत ही कम, ज़्यादातर दो घंटे ही बिजली आती थी. जनता के इस जवाब पर राहुल गांधी ने कहा कि अब वो कह रहे है कि बिजली मुफ्त देंगे. मुफ्त बिजली कहां से मिलेगी? पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश में कोई भी कारख़ाना नहीं लगा. बिजली आसमान से टपकेगी? इस सवाल पर जनता के बीच से आवाज़ आई कि राहुल गांधी के विकास से बिजली आएगी.
उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय से सवाल पूछते हुए कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि वह मुसलमानों के नेता हैं. क्या पिछले 22 सालों में मुलायम सिंह जी ने या फिर किसी और सरकार ने आप लोगों के लिए कुछ किया? क्या आप लोगों को विकास के साथ जोड़ा? बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल हुई? स्वास्थ्य सुविधाएं मिली? या फिर आप लोगो को रोज़गार दिया?’’ सवालों की इस झड़ी में जवाबों में भी नहीं की झड़ी लग गई. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने यह तमाम सुविधाएं दी हैं.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, जब बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था और लोग परेशान थे, तो उस वक़्त वहां कोई नहीं गया और अब चुनाव है तो हैलिकॉप्टर से वहां गए, उतरे और कहा कि बुंदेलखंड को बदल देंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं ख़ुद बुंदेलखंड गया, वहां जाकर मैंने लोगों से बात की, उनके साथ खाना खाया, उनके कुंओं का पानी पीया, क्योंकि मैं ख़ुद लोगों की परेशानी को समझना चाहता था. बुंदेलखंड के किसानों ने बताया कि प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा की सरकार रही, इन सभी पार्टियों के नेताओं ने सिर्फ़ वादे ही किए, आम आदमी की मदद के लिए कुछ नहीं किया. हम उन्हें प्रधानमंत्री जी के पास ले गए और प्रधानमंत्री जी ने आठ हज़ार करोड़ रुपये की मदद की.
राहुल गांधी ने कहा कि यह काम केंद्र सरकार का नहीं था, उत्तर प्रदेश की सरकार का था, लेकिन फिर भी हमने उनकी मदद की. क्यों? क्योंकि हम आम आदमी की सरकार चलाते हैं, लोगों की इज्ज़त करते हैं, यह काम उत्तर प्रदेश के नेता नहीं करते.
उन्होंने कहा कि हमारे पास बुनकर समुदाय के लोग आए और उन्होंने हमें बताया कि बुनकरों के पास काम नहीं है, सिर पर बहुत क़र्ज़ हो गया है और कोई मदद नहीं कर रहा. हम उन्हें भी प्रधानमंत्री जी के पास ले गए, वहां बुनकरों ने कहा कि हम हिंदुस्तान के रहने वाले हैं, काम करना चाहते हैं, लेकिन राज्य सरकार हमारा साथ नहीं दे रही. उनकी इस बात पर प्रधानमंत्री जी ने दो मिनट में ही कहा कि अगर राज्य सरकार आपका साथ नहीं दे रही तो न सही, लेकिन हम आपके साथ है और उनका क़र्ज़ माफ़ किया. हज़ारों करोड़ो रुपये की मदद की, धागे पर छूट दिलाई, बुनकर क्रेडिट कार्ड दिलाया. इसके बाद बुनकरों ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी मदद कर रही है, लेकिन अगर यह पैसा राज्य सरकार के हाथ में जाएगा तो लोगों तक उनके हक़ का पैसा नहीं पहुंच पाएगा. इसलिए यह पैसा सीधा हमारे बैंक के खातो में ही जमा हो, तो अब उनकी मदद का पैसा सीधा उनके खातों में भेजा जा रहा है, लेकिन मायावती जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का नाटक है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सरकार का काम जनता की मदद करने का होता है, चोरी करने का नहीं. हम आम आदमी की लड़ाई लड़ते हैं, जब भट्टा-पारसौल में किसानों पर अत्याचार हुआ तो उनकी लड़ाई कांग्रेस पार्टी ने लड़ी.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आम आदमी के हक़ की बात करती है, तो विपक्ष के लोग सवाल करते हैं कि पैसा कहां से आएगा? पैसा आप लोगों की मेहनत से ही सरकार के पास आता है, आप लोग दूसरे राज्यो में जाकर काम करते हो और उन राज्यों को धीरे-धीरे विकास की ओर बढ़ाते हो, पैसा वहां से आता है. केंद्र सरकार आपके पैसे को ही आपके पास भेजने का काम करती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने सच्चर आयोग बनाया और जब सच्चर आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग विकास में पिछड़ रहे हैं तो दिल्ली की सरकार ने हर ज़िले में उनके विकास के लिए पैसा भेजा. बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति के करोड़ों रुपये भेजे, जो उत्तर प्रदेश में जनता तक नहीं पहुंचे.
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण देने का काम किया तो मुलायम सिंह जी ने कहा कि कम दिया, मैं होता तो ज़्यादा देता और जब पत्रकारों ने पहले उनसे इस बारे में सवाल किया था तो उस वक़्त मुलायम सिंह जी ने कुछ नहीं कहा, पूरी तरह से सन्नाटा था. ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन उस वक़्त भी उन्होंने यह काम नहीं किया और जब कांग्रेस पार्टी ने दिया तो कह दिया कि कम दिया, ज़्यादा होना चाहिए था.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुलायम सिंह जी चुनाव के वक़्त सिर्फ़ वादे करते हैं कि बिजली मुफ्त देंगे, बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, ज़रूरतमंदों को इलाज के लिए विदेश भेजेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश में अस्पतालों को सही ढंग से नहीं चलाया. मायावती जी कहती हैं कि आरक्षण के मामले पर उन्होंने प्रधानमंत्री जी को चिट्ठी लिखी थी.
राहुल गांधी ने कहा कि पोस्टकार्ड लिखने मात्र से ही सब कुछ नहीं हो जाता. अगर मायावती जी चाहतीं तो ख़ुद भी यह काम कर सकती थीं. गैर-कांग्रेस सरकारों ने उत्तर प्रदेश को 22 साल तक चलाया, लेकिन किया कुछ भी नहीं, सिवाय वादों के.
उन्होंने कहा कि मैं यहां आप लोगों से वादे करने नहीं आया हूं. हमारा मक़सद उत्तर प्रदेश को बदलना है, उसको विकास में शामिल करना है. कांग्रेस पार्टी की सरकार लोगों के लिए जो भी कर सकती है, करती है. हम प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना चलाते हैं, राष्ट्रीय राजमार्ग बनाते हैं. लोगों को मनरेगा, सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार दिया और अब भोजन का अधिकार देने की बात कर रहे हैं. हम दूसरी पार्टियों की तरह ढेर सारे वादे नहीं करते, हम लिस्ट बना कर काम करते हैं और योजनाओं को लागू करते हैं.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पार्टियां जाति और धर्म के नाम पर लोगों के साथ राजनीति करती हैं. उत्तर प्रदेश में लोगों को बेरोज़गारी भत्ता देने की बात की जाती है, रोज़गार नहीं मिलता, उच्च शिक्षा नहीं मिलती, स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलतीं.
उन्होंने जनता से पूछा कि क्या किसी ने पिछले पांच सालों में मायावती जी या फिर मुलायम सिंह जी को किसी गांव में देखा है या किसी से बात करते हुए देखा है? इस पर जनता ने कहा- नहीं.
राहुल गांधी ने बिजनौर की एक जनसभा में मौजूद सिख वर्ग के लोगों से कहा कि आपने हमें मनमोहन सिंह जी जैसे प्रधानमंत्री को दिया वह भी एक बार नहीं दो बार, इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आप लोगों के साथ खड़ा हो सकता हूं, आपका हाथ पकड़ सकता हूं, आपकी आवाज़ को विधानसभा और संसद में पुहंचा सकता हूं, लेकिन उत्तर प्रदेश में बदलाव लाने का काम आप लोगों को ही करना है. जब तक उत्तर प्रदेश के लोग जाति और धर्म की बातें छोड़कर एक साथ खड़े नहीं होंगे, उस वक़्त तक प्रदेश में बदलाव नहीं आ सकता. उत्तर प्रदेश का विकास नहीं हो सकता, और उत्तर प्रदेश को विकास में शामिल किए बिना हिंदुस्तान आगे नहीं बढ़ सकता. इसलिए अभी सही वक़्त है, उठो, जागो और बदलो उत्तर प्रदेश को.
रामपुर (उत्तर प्रदेश). कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने टांडा में जनसभा को संबोधित करते हुए सीधे स्थानीय मुद्दे पर लोगों से सवाल किया. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक़्त नेता लोगों से बहुत वादे करते हैं, कहते है कि ये कर देंगे, वो कर देंगे, लेकिन करते कुछ भी नहीं. आप लोगों के क्षेत्र में पुल की ज़रूरत है, आप लोग इसकी मांग कब से कर रहे हो?
राहुल गांधी के सवाल पर जनता ने बताया कि उनकी यह मांग पिछले बीस सालों से है, जिसे उत्तर प्रदेश की किसी भी सरकार ने पूरा नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव के वक़्त मुलायम सिंह जी कह रहे हैं, बिजली मुफ्त में देंगे, जब ख़ुद मुख्यमंत्री थे तो लोगों के घरो में चार घंटे ही बिजली आती थी. भीड़ ने तुरंत कहा कि चार घंटे तो बहुत ही कम, ज़्यादातर दो घंटे ही बिजली आती थी. जनता के इस जवाब पर राहुल गांधी ने कहा कि अब वो कह रहे है कि बिजली मुफ्त देंगे. मुफ्त बिजली कहां से मिलेगी? पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश में कोई भी कारख़ाना नहीं लगा. बिजली आसमान से टपकेगी? इस सवाल पर जनता के बीच से आवाज़ आई कि राहुल गांधी के विकास से बिजली आएगी.
उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय से सवाल पूछते हुए कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि वह मुसलमानों के नेता हैं. क्या पिछले 22 सालों में मुलायम सिंह जी ने या फिर किसी और सरकार ने आप लोगों के लिए कुछ किया? क्या आप लोगों को विकास के साथ जोड़ा? बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल हुई? स्वास्थ्य सुविधाएं मिली? या फिर आप लोगो को रोज़गार दिया?’’ सवालों की इस झड़ी में जवाबों में भी नहीं की झड़ी लग गई. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने यह तमाम सुविधाएं दी हैं.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, जब बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था और लोग परेशान थे, तो उस वक़्त वहां कोई नहीं गया और अब चुनाव है तो हैलिकॉप्टर से वहां गए, उतरे और कहा कि बुंदेलखंड को बदल देंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं ख़ुद बुंदेलखंड गया, वहां जाकर मैंने लोगों से बात की, उनके साथ खाना खाया, उनके कुंओं का पानी पीया, क्योंकि मैं ख़ुद लोगों की परेशानी को समझना चाहता था. बुंदेलखंड के किसानों ने बताया कि प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा की सरकार रही, इन सभी पार्टियों के नेताओं ने सिर्फ़ वादे ही किए, आम आदमी की मदद के लिए कुछ नहीं किया. हम उन्हें प्रधानमंत्री जी के पास ले गए और प्रधानमंत्री जी ने आठ हज़ार करोड़ रुपये की मदद की.
राहुल गांधी ने कहा कि यह काम केंद्र सरकार का नहीं था, उत्तर प्रदेश की सरकार का था, लेकिन फिर भी हमने उनकी मदद की. क्यों? क्योंकि हम आम आदमी की सरकार चलाते हैं, लोगों की इज्ज़त करते हैं, यह काम उत्तर प्रदेश के नेता नहीं करते.
उन्होंने कहा कि हमारे पास बुनकर समुदाय के लोग आए और उन्होंने हमें बताया कि बुनकरों के पास काम नहीं है, सिर पर बहुत क़र्ज़ हो गया है और कोई मदद नहीं कर रहा. हम उन्हें भी प्रधानमंत्री जी के पास ले गए, वहां बुनकरों ने कहा कि हम हिंदुस्तान के रहने वाले हैं, काम करना चाहते हैं, लेकिन राज्य सरकार हमारा साथ नहीं दे रही. उनकी इस बात पर प्रधानमंत्री जी ने दो मिनट में ही कहा कि अगर राज्य सरकार आपका साथ नहीं दे रही तो न सही, लेकिन हम आपके साथ है और उनका क़र्ज़ माफ़ किया. हज़ारों करोड़ो रुपये की मदद की, धागे पर छूट दिलाई, बुनकर क्रेडिट कार्ड दिलाया. इसके बाद बुनकरों ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी मदद कर रही है, लेकिन अगर यह पैसा राज्य सरकार के हाथ में जाएगा तो लोगों तक उनके हक़ का पैसा नहीं पहुंच पाएगा. इसलिए यह पैसा सीधा हमारे बैंक के खातो में ही जमा हो, तो अब उनकी मदद का पैसा सीधा उनके खातों में भेजा जा रहा है, लेकिन मायावती जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का नाटक है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सरकार का काम जनता की मदद करने का होता है, चोरी करने का नहीं. हम आम आदमी की लड़ाई लड़ते हैं, जब भट्टा-पारसौल में किसानों पर अत्याचार हुआ तो उनकी लड़ाई कांग्रेस पार्टी ने लड़ी.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आम आदमी के हक़ की बात करती है, तो विपक्ष के लोग सवाल करते हैं कि पैसा कहां से आएगा? पैसा आप लोगों की मेहनत से ही सरकार के पास आता है, आप लोग दूसरे राज्यो में जाकर काम करते हो और उन राज्यों को धीरे-धीरे विकास की ओर बढ़ाते हो, पैसा वहां से आता है. केंद्र सरकार आपके पैसे को ही आपके पास भेजने का काम करती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने सच्चर आयोग बनाया और जब सच्चर आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग विकास में पिछड़ रहे हैं तो दिल्ली की सरकार ने हर ज़िले में उनके विकास के लिए पैसा भेजा. बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति के करोड़ों रुपये भेजे, जो उत्तर प्रदेश में जनता तक नहीं पहुंचे.
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी ने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण देने का काम किया तो मुलायम सिंह जी ने कहा कि कम दिया, मैं होता तो ज़्यादा देता और जब पत्रकारों ने पहले उनसे इस बारे में सवाल किया था तो उस वक़्त मुलायम सिंह जी ने कुछ नहीं कहा, पूरी तरह से सन्नाटा था. ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन उस वक़्त भी उन्होंने यह काम नहीं किया और जब कांग्रेस पार्टी ने दिया तो कह दिया कि कम दिया, ज़्यादा होना चाहिए था.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुलायम सिंह जी चुनाव के वक़्त सिर्फ़ वादे करते हैं कि बिजली मुफ्त देंगे, बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, ज़रूरतमंदों को इलाज के लिए विदेश भेजेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश में अस्पतालों को सही ढंग से नहीं चलाया. मायावती जी कहती हैं कि आरक्षण के मामले पर उन्होंने प्रधानमंत्री जी को चिट्ठी लिखी थी.
राहुल गांधी ने कहा कि पोस्टकार्ड लिखने मात्र से ही सब कुछ नहीं हो जाता. अगर मायावती जी चाहतीं तो ख़ुद भी यह काम कर सकती थीं. गैर-कांग्रेस सरकारों ने उत्तर प्रदेश को 22 साल तक चलाया, लेकिन किया कुछ भी नहीं, सिवाय वादों के.
उन्होंने कहा कि मैं यहां आप लोगों से वादे करने नहीं आया हूं. हमारा मक़सद उत्तर प्रदेश को बदलना है, उसको विकास में शामिल करना है. कांग्रेस पार्टी की सरकार लोगों के लिए जो भी कर सकती है, करती है. हम प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना चलाते हैं, राष्ट्रीय राजमार्ग बनाते हैं. लोगों को मनरेगा, सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार दिया और अब भोजन का अधिकार देने की बात कर रहे हैं. हम दूसरी पार्टियों की तरह ढेर सारे वादे नहीं करते, हम लिस्ट बना कर काम करते हैं और योजनाओं को लागू करते हैं.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पार्टियां जाति और धर्म के नाम पर लोगों के साथ राजनीति करती हैं. उत्तर प्रदेश में लोगों को बेरोज़गारी भत्ता देने की बात की जाती है, रोज़गार नहीं मिलता, उच्च शिक्षा नहीं मिलती, स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलतीं.
उन्होंने जनता से पूछा कि क्या किसी ने पिछले पांच सालों में मायावती जी या फिर मुलायम सिंह जी को किसी गांव में देखा है या किसी से बात करते हुए देखा है? इस पर जनता ने कहा- नहीं.
राहुल गांधी ने बिजनौर की एक जनसभा में मौजूद सिख वर्ग के लोगों से कहा कि आपने हमें मनमोहन सिंह जी जैसे प्रधानमंत्री को दिया वह भी एक बार नहीं दो बार, इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आप लोगों के साथ खड़ा हो सकता हूं, आपका हाथ पकड़ सकता हूं, आपकी आवाज़ को विधानसभा और संसद में पुहंचा सकता हूं, लेकिन उत्तर प्रदेश में बदलाव लाने का काम आप लोगों को ही करना है. जब तक उत्तर प्रदेश के लोग जाति और धर्म की बातें छोड़कर एक साथ खड़े नहीं होंगे, उस वक़्त तक प्रदेश में बदलाव नहीं आ सकता. उत्तर प्रदेश का विकास नहीं हो सकता, और उत्तर प्रदेश को विकास में शामिल किए बिना हिंदुस्तान आगे नहीं बढ़ सकता. इसलिए अभी सही वक़्त है, उठो, जागो और बदलो उत्तर प्रदेश को.