नई दिल्ली. सर्जरी कराने वाले मरीज हर्बल दवाएं खूब ले रहे होते हैं. इनमें से कुछ फिजियोलॉजिक प्रभाव के लिए लेते हैं जो कि समय के अनुसार असर डालती हैं, जिनमें क्लॉटिंग डिसआर्डर और एनेस्थेटिक्स के साथ इनटरेक्शन शामिल हैं.
- ईफेड्रा (मा हुआंग) से हृदयाघात और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है और सर्जरी से 24 घंटे पहले रोक देनी चाहिए.
- लहसुन से रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है और इसे ऑपरेशन कराने से सात दिन पहले लेना बंद कर देना चाहिए.
- गिंक्गसैंग से भी रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है और इसे सर्जरी के 36 धंटे पहले से लेना बंद कर दें.
- गिंक्गसैंग से ब्लड शुगर स्तर कम होता है और इससे रक्तस्राव का खतरा भी बढ़ सकता है इसलिए इसको सर्जरी के सात दिन पहले लेना बंद कर दें.
- कावा से एनेस्थेटिक्स रोगियों में सीडेटिव असर बढ़ सकता है इसलिए इसे कम से कम 24 घंटे पहले लेना बंद कर दें. कावा और फैटल हीपैटोटॉक्सिसिटी के बीच के संबंध के बारे में फूड एंड ड्रग एडमिनिसट्रेशन ने सुरक्षा सबंधी सतर्कता जारी की है.
- सेंट जान्स वॉर्ट से कई तरह की दवाओं का साइटोक्रोम पी 450 एन्जाइम का असर होता है इसलिए इस पर सर्जरी से पहले कम से कम पांच दिन पहले से रोक लगा देनी चाहिए.
- वैलेरियन का एनेस्थेटिक्स में सीडेटिव असर बढ़ सकता है जिसका सम्बंध बेंजोडियाजेपाइन जैसे विदड्रावल से है. इसके जारी न रखने का कोई आंकड़ा नहीं है. वैसे इसे सर्जरी के हफ्तों पहले बंद कर देना चाहिए और अगर ऐसा नहीं किया गया तो विदड्रावल को बेंजोडियाजेपाइन्स की तरह उपचार होगा.
- एकिनेसिया का संबंध एलर्जी संबंधी रीएक्शन और इम्यून सप्रेशन से है. इसको कब से नहीं लेना चाहिए के बारे में कोई आंकड़ा नहीं है.