स्टार न्यूज़ एजेंसी 
नई दिल्ली. पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयराम रमेश ने लोकसभा में बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणतवत्ता मॉनीटरिंग कार्यक्रम के अंतर्गत पूरे देश में परिवेशी वायु गुणवत्ता की मानीटरिंग कर रहे हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत, परिवेशी वायु गुणवत्ता को सल्फर डाईआक्साइड (एसओ2), नाइट्रोजन डाईऑक्साइड (एनओ2), धूल कण (एसपीएम) और दस माइक्रोमीटर (पीएम10) से कम आकार के धूल कण के संबंध में 175 शहरों के 424 स्टेशनों पर मॉनीटर किया जा रहा है।

वर्ष 2009 के वायु गुणवत्ता आंकड़े दर्शाते है कि सभी शहरों में एसओ2 के स्तर राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानकों के अंदर हैं। हालांकि हावड़ा, आसनसोल, कोलकाता, दिल्ली, जमशेदपुर, रायपुर, मुम्बई, नवी मुम्बई और झरिया में एनओ2 के स्तर प्रतिमानकों से अधिक थे। इसी अवधि के दौरन, पीएम10 के स्तर 91 शहरों/नगरों में मानकों से अधिक पाए गए।

जहां तक विश्व के प्रदूषित शहरों की सूची में क्रम का संबंध है, विश्व के सर्वाधिक शहरों का क्रम देने के लिए कोई मानक कार्यपध्दति नहीं है। हालांकि विभिन्न संगठनों से भिन्न-भिन्न पैमानों के आधार पर विश्व के सार्वधिक शहरों का क्रम तैयार किया है। इन महानगरों की संख्या 35 हैं।

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