बरेली (उत्तर प्रदेश). कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने ज़िले की भोजीपुरा विधानसभा क्षेत्र के धौरी टांडा क्षेत्र में विशाल जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों से सरकार और जनता की बीच जुड़ाव से संबंधित सवाल पूछा. उन्होंने कहा कि पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलो ने कभी जात के नाम पर तो कभी धर्म का सहारा लेकर अपनी सरकारें बनाई हैं. क्या आप लोगों को पिछले 22 सालों की सरकार में कोई मज़ा आया? क्या आप लोगों को सरकार से कुछ हासिल हुआ? क्या प्रदेश का विकास हुआ? जनता ने राहुल गांधी के इन सवालों का एक के बाद एक ‘‘नहीं’’ कहकर जवाब दिया.
राहुल गांधी ने सपा नेता मुलायम सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि अब चुनाव का वक़्त है तो मुलायम सिंह जी कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त में देंगे, लेकिन बिजली कहां से आएगी? जब पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश में एक भी नया कारख़ाना नहीं लगा. मुलायम सिंह जी अब कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में तब्दील कर देंगे, लेकिन अगर वह बुंदेलखंड के लोगों से जाकर बात करेंगे तो उन्हें पता चल जाएगा कि वहां के लोगों को इजराइल नहीं विकास चाहिए, जिससे उनका और उनके बच्चों का भविष्य संवर सके.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं कि मैं मुसलमानों का नेता हूं. उन्होंने सभा में भारी संख्या में पहुंचे अल्पंख्यकों से से सवाल किया कि आप ही लोग बताइए, क्या पिछले 22 सालों में मुलायम सिंह जी ने आपक लिए कुछ किया है? राहुल गांधी के इस सवाल के जवाब में अल्पसंख्यक जनता के बीच में से ज़ोरदार ढंग से नहीं की आवाज़ आई. इसके बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सभी के लिए काम किया है. कांग्रेस पार्टी ने ही सच्चर आयोग की स्थापना की और उसकी रिपोर्ट को लागू किया. दिल्ली से केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यको के विकास के लिए हज़ारों करोड़ रुपये भेजे, बच्चों की शिक्षा के लिए करोड़ों की स्कॉलरशिप भेजी, जो केरल पहुंच गई,आंध्र पहुंच गई, असम पहुंच गई, लेकिन दिल्ली से सटे हुए उत्तर प्रदेश में ही नहीं पहुंची.
अल्पसंख्यकों की भागीदारी से जुड़े विषय पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आप लोगों ने ही हमें बताया कि उत्तर प्रदेश में 70 से ज़्यादा ज़िले हैं, लेकिन एक जिलाधिकारी और एक पुलिस अधीक्षक ही अल्पसंख्यक हैं. इस व्यवस्था में बदलाव होना चाहिए. आपने बताया और हमने अल्पसंख्यकों के लिए साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण की व्यवस्था की. इसके बाद मुलायम सिंह जी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कम आरक्षण दिया, अगर मैं होता तो ज़्यादा देता.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन उस वक़्त उन्होंने कुछ नहीं किया, जब उन्हीं की पार्टी के नेता रशीद मसूद जी ने इस मुद्दे पर आवाज़ उठाई तो उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया और जब कांग्रेस आरक्षण देने की बात कर रही थी तो उस वक़्त मीडिया के लोगों ने उनसे इस बारे में सवाल किया था, उस वक़्त भी मुलायम सिंह जी कुछ नहीं बोले. अब कह रहे है कि कांग्रेस पार्टी ने कम दिया. मायवती जी कह रही है कि उन्होंने आरक्षण के मामले पर प्रधानमंत्री जी को चिट्टी लिखी थी, जबकि ख़ुद उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं, ख़ुद भी आरक्षण दे सकती थीं, जैसे दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दिया, लेकिन मायावती जी ने नहीं दिया.
राहुल गांधी ने कहा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी जी ने पूरे देश में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ यात्रा की, लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दिया और-तो-और उन्हें उत्तराखंड, कर्नाटक जैसे राज्यों में भी भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दिया, जहां ख़ुद बीजेपी की ही सरकार है.
उन्होंने कहा कि ‘जब संसद में लोकपाल बिल पास कराना था, तो बीजेपी के लोगों ने बटन नहीं दबाया. लोकपाल बिल रोकने के बाद उस समय बीजेपी के तमाम नेता हंस रहे थे. इसके बाद बीजेपी के नेताओं ने कहा कि लोकपाल बिल हमारा सपना नहीं है. उस समय बीजेपी के लोगों ने जनता के बारे में नहीं सोचा.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि बुंदेलखंड के लोग हमारे पास आए और कहा कि बुंदेलखंड में सूखा पड़ा हुआ है, किसानों की हालत बहुत ख़राब है, लोगों का जीवन बहुत मुश्किल बन गया है और राज्य सरकार से किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है, तो हम उन्हें प्रधानमंत्री जी के पास ले गए और उनकी मदद की. लेकिन इसके बाद भी लोगों के पास उनके हक़ का पैसा पहुंचा ही नहीं, क्योंकि उसे बीच में ही लखनऊ में बैठा हुआ जादू का हाथी खा गया. उन्होंने कहा कि मायावती जी ने उत्तर प्रदेश में पांच साल तक राज किया और अब 22 मंत्रियों को हटा दिया, क्योंकि वह सभी भ्रष्टाचार में लिप्त थे.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा आम आदमी के बारे में ही सोचती है. कांग्रेस पार्टी ने ही आम आदमी की मदद करने के लिए मनरेगा योजना लागू की, जिसके तहत हर काम करने वाले व्यक्ति को 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 100 दिन के कुल 12 हज़ार रुपये देने का क़ानून बनाया. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने किसानों का साठ हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ किया और एक बार फिर से उनके लिए बैंक के दरवाज़े खोले. इसके बाद बुनकर हमारे पास आए और कहा कि उन पर भी क़र्ज़ है. कांग्रेस पार्टी ने उनका भी क़र्ज़ माफ़ किया, उनकी मदद की. बुनकरों को धागे पर छूट दिलाई, बुनकर क्रेडिट कार्ड दिलाया और बैंक से बुनकरों को दो लाख रुपये तक का लोन भी मिल रहा है.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि दिल्ली में 2004 से कांग्रेस पार्टी की सरकार है और जब 2004 में आम चुनाव हो रहे थे, उस वक़्त विपक्षी दलों ने 15-20 वादे किए, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने लोगों से सिर्फ़ एक ही वादा किया था कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो वह आम आदमी की सरकार होगी, सबकी सरकार होगी, अगर देश में विकास होगा तो वह सबके लिए होगा. उस समय विपक्ष में एनडीए के लोग थे, जिन्होंने अंग्रेजी नारा दिया ‘‘इंडिया शाइनिंग’’, जिसका मतलब है हिंदुस्तान चमकर रहा है. राहुल गांधी ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उस वक़्त एनडीए के लोग जनता के बीच नहीं आए, किसी से बात नहीं की और सच्चाई जाने बिना ही कह दिया कि हिंदुस्तान चमक रहा है.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों को बताया कि उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां के नेता लोगों के पास नहीं जाते, उनसे बात नहीं करते हैं. उन्हें लगता है कि उन्हें सब कुछ पता है, लेकिन सच्चाई यह है कि जितनी जानकारी जनता को होती है, उतनी किसी नेता को नहीं होती. इसके बाद राहुल गांधी ने लोगों से सवाल किया कि क्या पिछले पांच सालों में उन्होंने कभी मुलायम सिंह जी या फिर मायवती जी को किसी गांव में जाते देखा है या फिर लोगों से बात करते हुए देखा है? जिसका जवाब भी लोगों ने ‘‘नहीं’’ कहकर दिया. लोगों से नहीं का जवाब सुनने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि यहां के नेता सिर्फ़ अफ़सरों की बात ही सुनते है, ख़ुद कभी भी क्षेत्र में जाकर देखते नहीं. उन्हें लगता है कि अफ़सर जो कह रहे है, वह सब सही है.
राहुल गांधी ने बताया कि 2009 में चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के लोग हमारे पास समझौते का प्रस्ताव लेकर आए थे. उस वक़्त सपा के लोगों ने कहा कि आप उत्तर प्रदेश में हमारा साथ दो। इसके बाद आप दिल्ली में राज करना और हम उत्तर प्रदेश में राज करेंगे, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने सपा के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और जब समाजवादी पार्टी की हालत ख़राब होने लगी तो उन्होंने कल्याण सिंह को गले लगा लिया. लेकिन कांग्रेस पार्टी किसी से गले नहीं मिली और न ही किसी से समझौता किया. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ़ उत्तर प्रदेश की जनता से ही समझौता करेगी.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों से कहा कि हम उत्तर प्रदेश में सिर्फ़ चुनाव जीतने नहीं आए है, हम उत्तर प्रदेश को बदलने आए हैं और जब तक उत्तर प्रदेश बदलेगा नहीं, उस वक़्त तक राहुल गांधी यहीं आम जनता के साथ खड़ा रहेगा. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आंध्र प्रदेश को बदला है, दिल्ली को बदला है, महाराष्ट्र को बदला है, असम को बदला है, हरियाणा को बदला, अब उत्तर प्रदेश की बारी है. आप लोग उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाइए, उसके बाद हम मिलकर इस प्रदेश को बदलेंगे और एक बार फिर से पिछड़ गए उत्तर प्रदेश को विकास की राह पर आगे बढाएंगे.
सातवें चरण में होने वाले मतदान के लिए अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान बरेली में हुई जनसभा में पहुंची भीड़ का आलम देखते ही बनता था. लोग मैदान में ठसाठस भरे हुए थे जिन्हें जगह नहीं मिल पाई वे घर की छतों और मैदान से सटी अगल-बगल की इमारतों पर खड़े होकर कांग्रेस महासचिव को ध्यान से सुन रहे थे. यहां हुई जनसभा में युवाओं के साथ-साथ मुस्लिम महिलाएं भी अपने बच्चों को गोद में लिए राहुल गांधी को सुनने पहुंची थीं.