टूटता तारा...

Posted Star News Agency Friday, June 30, 2017

मेरा दिल
जब
तारे की तरह टूट रहा था
तब
लोग भीड़ लगाए
अपने दिलों को
जोड़ने की
दुआएं मांग रहे थे
कोई मेरा दुख
महसूस नहीं कर रहा था
कोई यह नहीं समझ रहा था
दुखी टूटता हुआ तारा
किसी को भला क्या दे सकता है
वो यह भी नहीं कह सकता-
सरफ़राज़ !
मैंने छोटी-बड़ी झूठी ही सही
कोई तो ख़ुशी दी है...
-सरफ़राज़ ख़ान

ईद मिलाद उन नबी की मुबारकबाद

ईद मिलाद उन नबी की मुबारकबाद

फ़िरदौस ख़ान की क़लम से

Star Web Media

ई-अख़बार पढ़ें

ब्लॉग

एक झलक

Followers

Search

Subscribe via email

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

साभार

इसमें शामिल ज़्यादातर तस्वीरें गूगल से साभार ली गई हैं