स्टार न्यूज़ एजेंसी
लखनऊ (उत्तर प्रदेश). मुल्लाओं के "कारनामों" से परेशान मुस्लिम महिलाएं अब खुलकर अपना विरोध दर्ज कराने लगी हैं. ऐसे ही तलाक़ के एक मामले में ग़लत फ़ैसले से गुस्साई मुस्लिम महिलाओं ने सुल्तानुल मदारिस के एक मौलाना और कर्मचारियों को पीटा. शहर में इस मामले की चर्चा है.
इस मामले में मौलाना ने पीटने वाली महिलाओं के खिलाफ़ वजीरगंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस के मुताबिक़ एक महिला के विरुद्ध एकतरफ़ा तलाक़ से उत्तेजित हिना और उसकी दो बहनों निशात फ़ातिमा और आर्शी ने सुल्तानुल मदारिस के मौलाना अली इमरान को पीटा और उसे बचाने आए कर्मचारियों व अन्य मौलानाओं की भी पिटाई की.
लखनऊ (उत्तर प्रदेश). मुल्लाओं के "कारनामों" से परेशान मुस्लिम महिलाएं अब खुलकर अपना विरोध दर्ज कराने लगी हैं. ऐसे ही तलाक़ के एक मामले में ग़लत फ़ैसले से गुस्साई मुस्लिम महिलाओं ने सुल्तानुल मदारिस के एक मौलाना और कर्मचारियों को पीटा. शहर में इस मामले की चर्चा है.
इस मामले में मौलाना ने पीटने वाली महिलाओं के खिलाफ़ वजीरगंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस के मुताबिक़ एक महिला के विरुद्ध एकतरफ़ा तलाक़ से उत्तेजित हिना और उसकी दो बहनों निशात फ़ातिमा और आर्शी ने सुल्तानुल मदारिस के मौलाना अली इमरान को पीटा और उसे बचाने आए कर्मचारियों व अन्य मौलानाओं की भी पिटाई की.
इस मामले को लेकर कायनात का कहना है इन महिलाओं ने ठीक किया. अगर उनकी जगह वो होती तो शायद यही करतीं. आखिर कब तक महिलाएं मुल्लों के आतंक को बर्दाश्त करेंगी. देखने में यही आता है कि मुल्ला पुरुषों के पक्ष में ही फ़ैसला करते हैं. हालांकि कई लोगों का यह भी कहना है कि महिलाओं को क़ानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए.