सरफ़राज़ ख़ान
नई दिल्ली. महिलाएं मधुमेह से बचाव के लिए हरी सब्जियों और साबुत फलों का सेवन अधिक करें साथ ही फ्रूट जूस से बचें। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. के के अग्रवाल के मुताबिक़ रोजाना एक साबुत फल तीन बार लेना चाहिए साथ ही एक हरी पत्ती वाली सब्जी अतिरिक्त लें, क्योंकि इससे 18 की उम्र के बाद होने वाली मधुमेह की समस्या का खतरा कम होता है। यह खुलासा नर्सेज हेल्थ स्टडी के एक अध्ययन में किया गया है जिसमें 71,346 महिलाओं पर इसे अपनाया गया।
टयूलेन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन, न्यू ऑश्रलीन्स के डॉ. लीडिया ए बजानो ने नर्सेज हेल्थ स्टडी का विश्लेषण किया। इसमें हिस्सा लेने वाली महिलाओं में से 4,529 महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज हुई। अध्ययन में महिलाओं को सब्जी और फलों के सेवन के हिसाब से पांच समूहों में बांटा साथ ही फ्रूट जूस लेने वालों को भी विशेष समूह में रखा।
उन्होंने पाया कि जिन्होंने रोजाना तीन दफा साबुत फल लिये उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 18 फीसदी कम हुआ और साथ में अगर एक पत्ती वाली सबजी भी साथ में ली तो इस खतरे में 9 फीसदी की कटौती और हुई, लेकिन रोजाना फ्रूट जूस लेने से डायबिटीज का खतरा 18 फीसदी बढ़ जाता है।
जूस में शुगर काफी होता है और यह तरल पदार्थ के रूप में तेजी से जज्ब हो जाता है। कुछ पेयों में जो बेहतर स्वास्थ्य के लिए दिये जाते हैं, उनमें फ्रूट जूस होता से जिस्से परहेज करना चाहिए। फ्रूट जूस 100 फीसदी फल लेने जैसा नहीं होता।