एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है. हुआ यूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव जीतने के बाद मंगलवार यानी 18 जून को पहली बार उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे थे. इस दौरान उनकी बुलेट प्रूफ़ गाड़ी पर किसी ने कथित रूप से चप्पल फेंक दी. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूएसवी गाड़ी के बोनट से कथित रूप से चप्पल हटाता हुआ नज़र आ रहा है.

कांग्रेस नेता व रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने आज पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर कई सवाल उठाए. उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी का जो कंसेप्ट था और वो गुजरात में शुरू हुआ था गुजरात मॉडल को नेशनल लेवल पर लाए, कंसेप्ट क्या था मार्केंटिंग हज़ारों करोड़ रुपये की मार्केटिंग और डर. एजेंसी का डर, मीडिया का डर सरकार का डर. अब हुआ क्या अब देश में उनसे कोई डरता ही नहीं है. मतलब एक तरीक़े से अब उनको कोई भाव नहीं देता है. जो पहले 56 इंच की छाती थी अब वो 30- 32 इंच की हो गई है. तो अब पूरा जो ढांचा था, इतना बड़ा ग़ुब्बारा था वो इतना बड़ा हो गया. इससे नरेंद्र मोदी को मानसिक तौर पर काफ़ी तनाव होगा, क्योंकि उनका जो काम करने का तरीक़ा है, वो लोगों को डराने का है, धमकाने का है अब वो डर चला गया. आप लोगों ने पता नहीं देखा या नहीं, वाराणसी में किसी ने चप्पल मार दी. अब आप कल्पना करिए कि चुनाव से पहले अगर कोई मारना भी चाहता था, तो डरता तो वो जो डर था वो ख़त्म हो गया है. और आंतरिक समस्या भी है, इनकी पार्टी में समस्या है, इनके पेरेंट संगठन में दिक्कत है. मोदी का कंसेप्ट था उसको विपक्ष ने ख़त्म कर दिया. मोदी की इमेज को हमने फाड़ दिया.

इस बाबत उन्होंने एक्स के ज़रिये कहा कि एक और महत्वपूर्ण बात जो प्रेस कॉन्फ्रेस में कहनी रह गई. नरेंद्र मोदी और उनके क़ाफ़िले पर चप्पल फेंका जाना बहुत ही निंदनीय है और उनकी सुरक्षा में गंभीर चूक है. सरकार की नीतियों पर अपना विरोध गांधीवादी तरीक़े से दर्ज कराया जाना चाहिए, लोकतंत्र में हिंसा और नफ़रत की कोई जगह नहीं है.


राहुल ने उठाया पेपर लीक मामला
इससे पहले राहुल गांधी ने पेपर लीक मामले में मोदी सरकार पर सवाल उठाए.  उन्होंने कहा कि NEET पेपर और UGC-NET के पेपर लीक हुए हैं. कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी. इज़राइल और ग़ज़ा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दिया था. लेकिन किसी न किसी कारण में हिन्दुस्तान में जो पेपर लीक हो रहे हैं उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते. बिहार का हमने कहा है कि जांच होनी चाहिए और जिन्होंने भी पेपर लीक कराया है उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि NEET और UGC-NET पेपर लीक मुद्दे को कांग्रेस संसद में उठाएगी.

उन्होंने कहा कि NEET परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ पर भी नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह मौन धारण किए हुए हैं. बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुई गिरफ़्तारियों से साफ़ है कि परीक्षा में योजनाबद्ध तरीक़े से संगठित भ्रष्टाचार हुआ है और ये भाजपा शासित राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर बन चुके हैं.
हमारे न्यायपत्र में पेपर लीक के विरुद्ध सख़्त क़ानून बनाकर युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने की हमने गारंटी दी थी.
विपक्ष की ज़िम्मेदारी निभाते हुए हम देशभर के युवाओं की आवाज़ सड़क से संसद तक मज़बूती से उठाकर और सरकार पर दबाव डाल कर ऐसी कठोर नीतियों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं.

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