उदासियों के दिन

Posted Star News Agency Wednesday, September 24, 2025


उदासियों के दिन
आज कल
उदासियों में
दिन बसर
हो रहा है
शायद
कुछ खो
रहा है...
न मुस्कान की रोशनी है
न सपनों की कोई गली है
हर पल जैसे
खाली सा गुजर रहा है।
राहें भी चुपचाप हैं
हवाएँ भी बेहिसाब हैं
जैसे मन का आकाश
बादलों में घिर रहा है।
आँखों में एक धुंध है
दिल में अनकहा सा दर्द है
हर धड़कन बस यही कह रही है
कुछ छूट रहा है
कुछ टूट रहा है।
आज कल
उदासियों में
ये सफ़र चल रहा है
शायद
मन का कोई कोना
धीरे-धीरे
खाली हो रहा है...
-अंकिता पटेल


أنا أحب محم صَلَّى ٱللّٰهُ عَلَيْهِ وَآلِهِ وَسَلَّمَ

أنا أحب محم صَلَّى ٱللّٰهُ عَلَيْهِ وَآلِهِ وَسَلَّمَ
I Love Muhammad Sallallahu Alaihi Wasallam

फ़िरदौस ख़ान का फ़हम अल क़ुरआन पढ़ने के लिए तस्वीर पर क्लिक करें

या हुसैन

या हुसैन

फ़िरदौस ख़ान की क़लम से

Star Web Media

सत्तार अहमद ख़ान

सत्तार अहमद ख़ान
संस्थापक- स्टार न्यूज़ एजेंसी

ई-अख़बार पढ़ें

ब्लॉग

एक झलक

Followers

Search

Subscribe via email

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

साभार

इसमें शामिल ज़्यादातर तस्वीरें गूगल से साभार ली गई हैं