स्टार न्यूज़ एजेंसी
नई दिल्ली. कम डोज़ की चार दवाएं एक साथ लेने से उच्च रक्तचाप को बेहतर तरीके से काबू किया जा सकता है, बनिस्बत एक उच्च मात्रा की सिंगल डोज लेने के।

हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. के के अग्रवाल ने एक आयरिश अध्ययन का हवाला देते हुए बताया कि अधिकतर लोग जो उच्च रक्तचाप की गिरफ्त में होते हैं, उनको दो से तीन तरह की एंटीहाइपरटेंसिव ड्रग्स की जरूरत होती है। एक साथ एंटीहाइपरटेंसिव मेडिसिन एक या दो तरह की गोलियां लेना ब्लड प्रेशर को काबू करने के लिए सिंगल डोज़ लेने से बेहतर होता है। अध्ययन में डब्लिन के डॉक्टरों के इस दृष्टिकोण पर 108 लोगों को शामिल किया जो हाइपरटेंसिव के मरीज थे। इनमें एक से चार एजेंट ड्रग्स को दिया गया - एक कैल्शियम चैनल ब्लॉकर, एक बीटा-ब्लॉकर, एक डायरेटिक या एस इनहिबिटर या फिर एक कैप्सूल जिसमें सभी चार ड्रग्स की एक चौथाई डोज़ का इस्तेमाल सिंगल ड्रग थेरेपी के तौर पर लेते हों।

चार हफ्तों के बाद एकसाथ दवा लेने वालों में प्रेशर में कमी 19 प्वाइंट दर्ज की गई जो कि सिंगल डोज़ लेने वालों के 6 से 11 प्वाइंट से कहीं ज्यादा थी। अध्ययन में 60 फीसदी को काम्बिनेशन ड्रग के मरीजों ने सामान्य ब्लड प्रेशर को हासिल कर लिया, जबकि सिंगल ड्रग लेने वालों में रीडिंग 15-45 फीसदी मरीज ही इसे हासिल कर सके। काम्बिनेशन एप्रोच से लागत में कमी आती है जिसके साइड इफैक्ट भी कम होते हैं और रोजाना आप कम दवाएं लेते हैं।

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