स्टार न्यूज़ एजेंसी
नई दिल्ली. महिला और बाल विकास राज्य मंत्री कृष्णा तीरथ ने बताया कि महिलाओं के पोषण स्तर का प्राक्कलन बॉडी मास इन्डैक्स द्वारा किया जाता है, जो ऊंचाई एवं वज़न के माप पर आधारित होता है। पिछले राष्ट्रीय परिवार सर्वेक्षण (एनएफएचएस-3) 2005-06 के अनुसार देश में 35.6 प्रतिशत महिलाओं (15 से 49 वर्ष के बीच) तथा बिहार में 45.1 प्रतिशत महिलाओं का बॉडी मास इन्डेक्स 18.5 से कम है, जो उनमें चिरकालिक ऊर्जा की कमी दर्शाता है।
उन्होंने आज लोक सभा में बताया कि5 वर्ष से कम आयु के अल्पवज़नी बच्चों का प्रतिशत देश में 42.5 एवं बिहार में 55.9 है।
उन्होंने सदन को यह भी जानकारी दी कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय राज्य सरकारोंसंघ राज्य क्षेत्र प्रशासनों के माध्यम से समेकित बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) स्कीम क्रियान्वित कर रहा है। स्कीम में 6 सेवाओं का एक पैकेज प्रदान किया जाता है। इन सेवाओं में पूरक पोषण, स्कूल-पूर्व अनौपचारिक शिक्षा, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, प्रतिरक्षण, स्वास्थ्य जांच एवं रैफरल सेवाएं शामिल हैं। इनमें 6 सेवाओं में से 3 सेवाएं अर्थात प्रतिरक्षण, स्वास्थ्य जांच एव रैफरल सेवाएं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के माध्यम से प्रदान की जाती हैं।