स्टार न्यूज़ एजेंसी
सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) . कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि लोकपाल को संवैधानिक दर्जा देने को देश के आम युवाओं का सपना है. उन्होंने कहा कि 'हम प्रभावी लोकपाल (संवैधानिक दर्जा वाला) को लाकर रहेंगे'.
उत्तर प्रदेश में अपने तीसरे जनसंपर्क अभियान के पांचवें और आख़िरी दिन शुक्रवार को राहुल गांधी ने सहारनपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "मैंने संसद में खड़े होकर कहा था कि लोकपाल सबसे प्रभावी तभी होगा जब उसे संवैधानिक दर्जा मिलेगा. मैंने कहा कि इसे चुनाव आयोग की तर्ज़ पर ताक़तवर और प्रभावी बनाकर पारित कराने में मदद कीजिए, लेकिन विपक्षी दलों ने लोकसभा में सबसे मज़बूत लोकपाल को हराया." राहुल ने कहा कि जब हमने उनसे (भाजपा) पूछा कि आपने लोकसभा में संवैधिनाक दर्जे वाले लोकपाल को क्यों नहीं पारित होने दिया, तो उन्होंने कहा कि क्योंकि यह राहुल गांधी का सपना था इसलिए इसे हराया.
जनता को विश्वास दिलाते हुए राहुल गांधी ने कहा, "मैं आपको बता देना चाहता हूं कि यह राहुल गांधी का नहीं, बल्कि पूरे देश के युवाओं का सपना है. इसलिए संवैधानिक दर्जा वाला लोकपाल हम लाकर रहेंगे." उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता केवल भ्रष्टाचार को लेकर संसद के बाहर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जब लोकपाल को संवैधानिक दर्जा देने की बात आई तो उन्होंने इसे पारित नहीं होने दिया. भाजपा के नेता नहीं चाहते हैं कि मज़बूत लोकपाल विधेयक पारित हो.
मायावती सरकार पर प्रहार करते हुए राहुल ने कहा, "हमने मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोज़गार गारंटी अधिनियम) सहित विभिन्न योजनाओं के लिए हज़ारों करोड़ रुपये भेजे. कहां गए वो पैसे. जादुई हाथी खा गया. मायावती द्वारा जादू करके लखनऊ में बनाया गया हाथी घास-फूस नहीं, बल्कि ग़रीबों का पैसा खाता है."
राहुल गांधी ने कहा, "हमने मनरेगा लाकर हर जाति और धर्म के लोगों को रोज़गार का अधिकार दिया. इससे ग्रामीण इलाक़ों में पलायन रुका." मायावती पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "मनरेगा से सबसे ज़्यादा दलितों को फ़ायदा हुआ. देश के हर राज्य में दलितों को इस योजना से फ़ायदा हुआ, लेकिन उत्तर प्रदेश के दलितों को नहीं हुआ, क्योंकि यहां हाथी मनरेगा का सारा पैसा खा गया." राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक का विरोध करने के लिए मायावती की आलोचना करते हुए राहुल ने कहा, "जब हमने भोजन के अधिकार की बात की तो मनरेगा की तरह मायावती ने कहा कि इससे किसी को फ़ायदा नहीं होगा. हम चाहते हैं कि देश में कोई भूखा न रहे, लेकिन मायावती कह रही हैं कि ये कांग्रेस का नाटक है. मैं कहता हूं कि लखनऊ में हाथी जो पैसा खा रहा है वो है नाटक." राहुल ने कहा, "मायावती सरकार ने बुंदेलखंड पैकेज के पैसे में लूट की. बुंदेलखंड जाकर वहां के लोगों का हाल देखकर मैं प्रधानमंत्री को वहां ले गया और हज़ारों करोड़ रुपये का पैकेज दिलवाया, लेकिन सारा पैसा बसपा सरकार के मंत्री खा गए. ग़रीबों के लिए वहां कोई काम नहीं हुआ."
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह पर तीखा प्रहार करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "जब हम आरक्षण लाए तो मुलायम ने कहा कि जितना हुआ वो कम है. मेरा सवाल है कि जब आप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तो आपने मुसलमानों के लिए क्यों कुछ नहीं किया?" कांग्रेस को मुसलमानों का हितैषी बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, "हम चाहते हैं कि आप लोग भी आगे बढ़ें. हमने ग़रीब मुसलमान छात्रों के लिए वज़ीफ़ा का प्रावधान किया. दूसरे राज्यों में छात्रों को इससे फ़ायदा हुआ, लेकिन उत्तर प्रदेश में छात्रों को वज़ीफ़ा नहीं मिला."
भाजपा, सपा और बसपा पर उत्तर प्रदेश को पिछड़ेपन की तरफ़ ले जाने का आरोप लगाते हुए राहुल ने लोगों से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाने की अपील की. उन्होंने लोगों से कहा, "आप जानते हैं कि प्रदेश आगे कैसे बढ़ेगा, पर मायावती सरकार ने पांच साल से आपके हाथ बांध रखे हैं. आप अपने हाथ खोलिए और प्रदेश में बदलाव लाइए. ग़रीबों की बात करने वाली और विकास लाने वाली सरकार चुनिए."
जनसंपर्क अभियान में राहुल गांधी को सभी धर्मों और वर्गों का भारी समर्थन मिल रहा है.