नई दिल्ली. राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी मिली है. इसके बाद सोमवार को कांग्रेस ने गृह मंत्री से अपने राहुल गांधी की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने राजनाथ सिंह से इस सिलसिले में मुलाक़ात भी की है. प्रतिनिधि मंडल में सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा, आनंद शर्मा और राजीव शुक्ला शामिल थे.
ग़ौरतलब है कि राहुल गांधी की सुरक्षा का ज़िम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के पास है. फ़िलहाल, सिर्फ़ 6 लोगों को एसपीजी कवर मिला हुआ है. इनमें राहुल गांधी के अलावा उनकी मां सोनिया गांधी, बहन प्रियंका वाड्रा गांधी, मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी शामिल हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक़ धमकी भरा पत्र 4 मई को पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता वी नारायणसामी को मिला, जो पुड्डुचेरी कांग्रेस के दफ़्तर भेजा गया था. इसमें राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी दी गई है. पत्र तमिल भाषा में लिखा गया है. इसमें इसमें लिखा गया कि राहुल गांधी जब कराईकल में सभा को संबोधित करेंगे, तो उन्हें धमाके से उड़ा दिया जाएगा. सनद रहे कि राहुल गांधी मंगलवार को काराइकाल का दौरा करने वाले हैं. वह यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि हमें ऐसी जानकारी मिली है कि एसपीजी में 400 अफ़सरों और सुरक्षाकर्मियों को इधर-उधर किया जा रहा है. नये लोगों की भर्ती की बात है. एसपीजी पीएम और कांग्रेस के तीन नेताओं की सिक्युरिटी करती है. उनकी ट्रेनिंग भी हार्ड होती है. इसमें सीआईएसएफ़, सीआरपीएफ़ और बीएसएफ़ के लोग आते हैं. ऐसे में एक साथ इतने बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले की क्या ज़रूरत है? हमने अपने नेता के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है.