न कभी मिलते हैं मुझसे, बात भी करते नहीं।
कर भी क्या सकता हूं गर वो दोस्ती करते नहीं।।

माँ की खिदमत, नन्हें बच्चों से मोहब्बत थी मुझे।
कौन कहता है खुदा की बंदगी करते नहीं।।

गूंगे-बहरे हो गए हैं रहनुमा इस दौर के।
है अंधेरा ही अंधेरा रोशनी करते नहीं।।

मुस्कुरा कर मीठी बातों से बनाते काम हैं।
हाँ, सयाने लोग खुलकर दुश्मनी करते नहीं।।

ये तो मेरा दिल ही जाने है किसी से क्या कहें।
याद न आती तो 'तन्हा' शायरी करते नहीं।।
-सलीम तन्हा 

शायर भोपाल के दैनिक अक्षर सम्राट में सम्पादक हैं.   
मोबाइल : 7692918269 


أنا أحب محم صَلَّى ٱللّٰهُ عَلَيْهِ وَآلِهِ وَسَلَّمَ

أنا أحب محم صَلَّى ٱللّٰهُ عَلَيْهِ وَآلِهِ وَسَلَّمَ
I Love Muhammad Sallallahu Alaihi Wasallam

फ़िरदौस ख़ान का फ़हम अल क़ुरआन पढ़ने के लिए तस्वीर पर क्लिक करें

या हुसैन

या हुसैन

फ़िरदौस ख़ान की क़लम से

Star Web Media

सत्तार अहमद ख़ान

सत्तार अहमद ख़ान
संस्थापक- स्टार न्यूज़ एजेंसी

ई-अख़बार पढ़ें

ब्लॉग

एक झलक

Followers

Search

Subscribe via email

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

साभार

इसमें शामिल ज़्यादातर तस्वीरें गूगल से साभार ली गई हैं