फ़िरदौस ख़ान ख़ूबसूरत और मिलनसार प्रिया राजवंश की ज़िंदगी की कहानी किसी परी कथा से कम नहीं है. पहाड़ों की ख़ूबसूरती के बीच पली-बढ़ी एक लड़की कैसे लंदन पहुंचती है और फिर वापस हिंदुस्तान आकर फ़िल्मों में नायिका बन जाती है. एक ऐसी नायिका जिसने फ़िल्में तो बहुत कम कीं, इतनी कम कि उन्हें अंगुलियों पर गिना जा सकता है, लेकिन अपने ख़ूबसूरत अंदाज़ और दिलकश आवाज़ से उसने सबका दिल जीत लिया. प्रिया राजवंश का जन्म 1937 में नैसर्गिक सौंदर्य के शहर...
 لعن الله من قتل الإمام الحسين علیہ السلام وأصحابه في كربلاء، ولعن الله كل لاعن من بغض و العداوت لی الإمام الحسين علیہ السلام وأهل بيت النبي صلی اللہ علیہ وسلم .*** ترجمہ :- خدا ان پر لعنت کرے ان پر، جنہوں نے کربلا میں امام حسین علیہ السلام اور ان کے ساتھیوں کو قتل کیا، اور خدا کی لعنت ہو ان پر اور  تمام لعنت کرنے والوں کی لعنت، جو لوگ امام حسین علیہ السلام  اور آل اے پاک اے رسول صلی اللہ علیہ وسلم کے لیے دل میں بغض...
फ़िरदौस ख़ानमुहर्रम का महीना शुरू हो चुका है. इस महीने के साथ ही हिजरी कैलेंडर के नये साल 1445 का भी आग़ाज़ हो गया है. मुहर्रम का महीना कर्बला का वाक़िया याद दिलाता है. मुहर्रम की दस तारीख़ को ताज़िये निकाले जाते हैं. हिन्दुस्तान में ताज़िये निकालने की बहुत पुरानी रिवायत है. यहां ताज़ियादारी किसने और कब शुरू की, इस बारे में पुख़्ता जानकारी नहीं मिलती. शिया समुदाय के बहुत से लोगों का मानना है कि हिन्दुस्तान में मुग़ल बादशाह बाबर ने ताज़ियादारी शुरू...
फ़िरदौस ख़ानदेशभर के शिया बहुल शहरों में अल्लाह के रसूल हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और कर्बला के दीगर शहीदों की याद में मातमी जुलूस निकाला जाता है. अज़ादारी का यह सिलसिला सदियों से चला आ रहा है.  अमूमन सभी जगह ईद उल ज़ुहा के फ़ौरन बाद से ही मुहर्रम के मातमी जुलूस की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. अलम बनाए जाते है, ताज़िये बनाए जाते हैं, तुर्बतें बनाई जाती हैं, मेहंदी की चौकी बनाई जाती है....
फ़िरदौस ख़ानदेशभर के शिया बहुल शहरों में अल्लाह के रसूल हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और कर्बला के दीगर शहीदों की याद में मातमी जुलूस निकाला जाता है. यह सिलसिला सदियों से चला आ रहा है.  उत्तर प्रदेश के अमरोहा की बात करें तो यहां तक़रीबन 490 साल से मातमी जुलूस निकाला जा रहा है. हैदराबाद और लखनऊ के बाद अमरोहा ही देश का ऐसा शहर है, जहां मातमी जुलूस में सबसे ज़्यादा लोग शिरकत करते हैं. मातमी...
फ़िरदौस ख़ानभारत एक ऐसा देश है, जो अपनी संस्कृति के लिए विश्व विख्यात है. यहां विभिन्न सम्प्रदायों और पंथों के लोग निवास करते हैं. पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक फैले इसके विशाल भूभाग पर जितनी प्राकृतिक और सांस्कृतिक विविधताएं मिलती हैं, उतनी शायद ही दुनिया के किसी और देश में देखने को मिलती हों. भले ही लोगों के मज़हब अलग हों, उनकी अक़ीदत अलग हो, लेकिन उनमें कोई न कोई समानता देखने को मिल ही जाती है. अब मुहर्रम के जुलूस को ही लें. इसमें...
-फ़िरदौस ख़ानअल्लाह के रसूल हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नवासे इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने कर्बला की जंग में अपनी और अपने ख़ानदान की क़ुर्बानी देकर अल्लाह के उस दीन को ज़िन्दा रखा, जिसे उनके नाना लेकर आए थे. वे इस्लाम के पैरोकार थे और दीन के मुताबिक़ ज़िन्दगी बसर करते थे. उन्होंने अपनी जान की क़ुर्बानी दे दी, लेकिन ज़ालिम की अधीनता क़ुबूल नहीं की.  हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को अपनी बेटी फ़ातिमा ज़हरा, अपने दामाद हज़रत...
सरफ़राज़ ख़ान अल्लाह के आख़िरी रसूल हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम आज भी लोगों के ज़ेहन में बसे हैं और उनके दिलों में हमेशा ज़िन्दा रहेंगे. किसी ने क्या ख़ूब कहा है- नबियों में मर्तबा है निराला रसूल ﷺ का सानी रसूल का है न साया रसूल ﷺ का बिक जाती कायनात ये हाथों यज़ीद के कर्बला में गर न होता नवासा रसूल ﷺ का    हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत को सदियां...
नबियों में मर्तबा है निराला रसूल ﷺ का सानी रसूल का है न साया रसूल ﷺ का बिक जाती कायनात ये हाथों यज़ीद के कर्बला में गर न होता नवासा रसूल ﷺ ला&nb...
 ” سب تعریف اللہ ہی کے لیے ہم اسی کی حمد کرتے ہیں۔ اسی سے مدد چاہتے ہیں۔ اس سے معافی مانگتے ہیں۔ اسی کے پاس توبہ کرتے ہیں اور ہم اللہ ہی کے ہاں اپنے نفسوں کی برائیوں اور اپنے اعمال کی خرابیوں سے پناہ مانگتے ہیں۔ جسے اللہ ہدایت دے تو پھر کوئی اسے بھٹکا نہیں سکتا اور جسے اللہ گمراہ کر دے اس کو کوئی راہ ہدایت نہیں دکھا سکتا۔ میں شہادت دیتا ہوں کہ اللہ کے سوا کوئی معبود نہیں وہ ایک ہے۔ اس کا کوئی شریک نہیں اور میں شہادت دیتا ہوں کہ محمد...

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