नई दिल्ली. पानी में घुलनशील एस्प्रिन और क्लॉट डिजाल्विंग ड्रग्स लेने से व्यक्ति हार्ट अटैक पर रोक लगा सकता है साथ ही इससे होने वाले नुकसान और जाने वाली जान भी बचाई जा सकती है। ये तब बेहतर ढंग से काम करती हैं जब इसको हार्ट अटैक की आशंका के एक घंटे के अंदर ही ले लिया जाए।
इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हार्ट अटैक के लक्षणों को जानें और उसी हिसाब से उचित उपाय अपनाएं। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. के के अग्रवाल के मुताबिक भारत में हर साल 24 लाख से अधिक लोग हार्ट अटैक से मौत के शिकार हो जाते हैं। इनमें से आधे की मौत हार्ट अटैक के लक्षण नजर आने के एक घंटे के अंदर व अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो जाती है।
हार्ट अटैक के पांच मुख्य लक्षण जिनको सभी को जानना अनिवार्य है
- जबड़ों, गर्दन या कमर में दर्द या असहज महसूस होना।
- कमजोरी, हल्कापन या बेहोश हो जाना।
- सीने में दर्द या असहज होना।
- भुजाओं या कंधों में दर्द या असहजता।
- सांस लेने में दिक्कत।
तुरंत क्या करें :
- अगर हार्ट अटैक की आशंका हो तो 300 एमजी की पानी में घुलनशील एस्प्रिन को चबाएं।
- क्लॉट डिजाल्विंग थेरेपी के लिए हृदय के आसपास हाथ से मालिश करें।
- आपको क्लॉट को हटाने के लिए इमरजेंसी की जरूरत भी हो सकती है।
- अगर कार्डिएक अरेस्ट हो तो चेस्ट कम्प्रेशन 100 प्रति मिनट की गति से किया जाना चाहिए। इसे सीने के बीचों-बीच 10 मिनट से अधिक समय तक अपनाना चाहिए।