जलेसर (उत्तर प्रदेश). कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज एटा के जलेसर में विशाल जनसभा की शुरुआत ही लोगों से सवाल पूछ कर की. उन्होंने जनता से पूछा कि 22 सालों से आपने चुनाव में वोट किया. क्या आपको लगा कि भाजपा, सपा और बसपा ने आपको फ़ायदा पहुंचाया? हज़ारों हाथ ‘नहीं’ कहते हुए राहुल गांधी की तरफ़ उठ गए.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको समझाता हूं हाथी कैसे खाता है. उन्होंने बताया कि किसान दिन भर खेतों में काम करता है. 15-20 साल पहले किसान की ज़मीन सस्ती थी, मगर अब काफ़ी महंगी हो चुकी है. आम तौर पर कोई अपनी ज़मीन बेचने जाता है तो उसे बाज़ार मूल्य मिलता है, मगर उत्तर प्रदेश में सरकार कहती है बिल्डिंग बनानी है, ज़मीन बिल्डर को देनी है तो किसान की ज़मीन छीन लो. अगर किसान चूं भी करे तो उसे गोली मार दो.
कांग्रेस महासचिव ने जनता से कहा कि कौन किसान सड़क के लिए ज़मीन नहीं देना चाहता, मगर वह सिर्फ़ यह कहता है कि उसे उसकी ज़मीन का सही दाम तो मिले. हरियाणा में किसान को उसकी ज़मीन का सही दाम मिलता है. मैं नोएडा, टप्पल, भट्टा पारसौल गया, वहां मुझे अधिकारियों ने कहा यहां क्यों आए हैं, यहां किसान नहीं नक्सल पैदा हो गए हैं. यूपी में अगर किसान अपनी आवाज़ उठाएं तो उसे नक्सल कहा जाता है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मनरेगा दिया. आंध्र प्रदेश, केरल, हरियाणा में जाइए देखिये, मनरेगा से कितना फ़ायदा मिला. आंध्र प्रदेश में महिलाएं आपको बताएंगी कि उनका नाम इंटरनेट पर है, उन्हें काम मिलता है. मगर आपकी मुख्यमंत्री कहती हैं कि कांग्रेस पार्टी का नाटक है मनरेगा.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं यहां आपसे वादे करने नहीं आया, क्योंकि जिसकी नीयत साफ़ होती है, उसे वादे करने की ज़रूरत नहीं पड़ती. वादे सुनने के लिए आपके पास मुलायम सिंह जी, मायावती जी जैसे नेता हैं उनसे सुन लीजिये वादे. वादों से कुछ नहीं होगा, काम करने से होगा. यहां के नेता कुछ काम नहीं करते, वादे करते हैं, चोरी करते हैं.
उन्होंने कहा कि किसान हमारे पास आए. उन्होंने बताया कि बैंकों के दरवाज़े बंद हैं. अमीरों को बैंक क़ालीन बिछाकर क़र्ज़ देते हैं और हमें भगा देते हैं. कांग्रेस पार्टी ने 60 हज़ार करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ़ किया. किसानों के लिये बैंकों के दरवाज़े फिर से खोले. भोजन का अधिकार देने जा रहे हैं. 35 किलो मुफ्त अनाज देंगे हर ग़रीब को. इसके लिए बिल संसद में रख दिया है. मगर मायावती जी कहती हैं नाटक है, मुलायम सिंह जी कहते हैं नाटक है.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी अब कह रहे हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे. अमेठी के लोगों ने मुझे दिखाया कि बिजली नहीं आती है, मगर दस-पंद्रह हज़ार का बिल आ जाता है. कहां से देंगे मुफ्त में बिजली? क्या आसमान से गिराएंगे बिजली के तार. पिछले 22 साल से एक भी कारख़ाना नहीं लगा. तीन बार मुख्यमंत्री थे तब नहीं दिया, अब कह रहे हैं मुफ्त में बिजली, पानी दे देंगे.
उन्होंने कहा कि अब चुनाव के पहले मुलायम सिंह जी कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजरायल में बदल देंगे. जब वहां सूखा पड़ा तब कहां थे? मायावती जी कहती थीं कि वहां सब ठीक है. मैंने उनसे कहा कि 2 मिनट के लिए वहां जाकर अपनी आंखों से देखिये. अफ़सर सही नहीं बताते, तो कहती हैं कि मैं नहीं जाऊंगी, राहुल गांधी नाटक कर रहा है. हम वहां गए, प्रधानमंत्री जी से 5000 करोड़ की सहायता दिलवाई, पैसा हाथी खा गया.
राहुल गांधी ने कहा कि मुलायम सिंह जी कहते हैं मुसलमानों के नेता हैं. क्या किया उन्होंने मुसलमानों के लिए? तीन-तीन बार मुख्यमंत्री थे. बुनकर आए उन्होंने बताया कि मुलायम सिंह जी, मायावती जी ने हमारे लिए कुछ नहीं किया. हमने बुनकर पैकेज दिलवाया, धागों पर छूट दिलवाई, 2 लाख का लोन दिलवाने में मदद की. कांग्रेस पार्टी ने सच्चर कमीशन बनाया, वज़ीफ़े दिए. मगर उत्तर प्रदेश में यह नहीं पहुंचा. अल्पसंख्यकों को जब आरक्षण देने की बात की तो मुलायम ने कहा कि कम दिया मैं रहता तो ज़्यादा देता. आरक्षण की बात करने पर राशिद मसूद को पार्टी से बाहर कर दिया.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यह पैसा आपका है. हिन्दुस्तान में पैसे की कोई कमी नहीं है. मगर यहां आपके पसीने का पैसा चोरी होता है. कोर्ट ने कहा कि एनआरएचएम में हज़ारों करोड़ रुपया चोरी हुआ. बसपा के मंत्री भागे. मायावती जी ने 22 मंत्रियों को 5 साल तक लूटने की छूट देने के बाद तीन महीने पहले निकाला और बीजेपी कहती है हम उनको ले लेते हैं. बीजेपी नेता भ्रष्टाचार की यात्रा निकालते हैं.
उन्होंने कहा कि हमने काम करके दिखाया है. मनरेगा, नेशनल हाईवे, 60 हज़ार करोड़ रुपये की किसान क़र्ज़ माफ़ी, बुनकर पैकेज, बुंदेलखंड पैकेज, एनआरएचएम. 22 साल आपने इनको दिए, 5 साल कांग्रेस को दीजिए, अगली बार बिना सोचे आप कांग्रेस को वोट देंगे.