फ़िरदौस ख़ान
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने आज गुजरात के झालोड़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यूपीए सरकार की नीतियों पर रौशनी डाली.उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि गुजरात जा रहा हूं. हिन्दुस्तान का युवा हूं. गुजरात ने मुझे क्या दिया? और जो जवाब मुझे मिला वह मैं आपको बताना चाहता. और जो गुजरात ने मुझे दिया, दुनिया को दिया है. कहानी बताना चाहता हूं, आप गांधीजी को जानते हैं, गांधीजी का और मेरे परिवार का पुराना रिश्ता है. आज़ादी के समय जब मेरी दादी थी, पिता थे, बातचीत होती थी. मेरे पिता ने मुझे कहानी बताई, वो मैं आपको बताना चाहता हूं. आज़ादी का समय था. मोतीलाल नेहरु जी, जवाहरलाल नेहरु जी इलाहाबाद में रहते थे और साउथ अफ्रीका से गांधीजी आए. हमारे घर में रहने के लिए. मोतीलाल नेहरु जी को लगा देखो गांधीजी आए और मेरा जो पुत्र है वो चला गया. अंग्रेज़ों के साथ लड़ाई करता है. कभी इधर चला जाता है, कभी उधर चला जाता है. आंदोलन में. दिनभर लड़ता रहता है. कुछ दिन बाद अंग्रेज़ों ने जवाहरलाल नेहरु को अरेस्ट किया. आनंद भवन में गांधीजी और मोतीलाल नेहरु जी रह गए. मोतीलाल नेहरु जी को लगा भैया गांधी जी ने मेरे बच्चे को जेल भिजवा दिया. हर पिता को ऐसा लगेगा. रात का समय था, घबराए हुए थे. गांधी जी के कमरे से निकले, लाइट बंद थी. अंदर देखा तो गांधीजी कमरे में नहीं थे. कमरा ख़ाली था. सुबह के चार बजे थे. उन्होंने लाइट ऑन की तो देखा गांधी जी नीचे फ़र्श पर लेटे थे. गांधी जी जागे. मोतीलाल जी ने पूछा कंबल है, पलंग है और आप ज़मीन पर सो रहे हो? गांधी जी ने जवाब दिया. जवाहर लाल जेल में है. जेल में वह ज़मीन पर सो रहा है. इसीलिए मैं ज़मीन पर सो रहा हूं. अब ये इतिहास की सोच कहां से आई, यह गुजरात से आई. गुजरात की सोच है. यहां का इतिहास है. गांधी जी ने आज़ादी की लड़ाई लड़ी प्यार से लड़ी.
अब आप जाओ साउथ अफ्रीका. मंडेला जी से पूछो कि भैया आपके गुरु कौन हैं? साउथ अफ्रीका मैं पहले आपने हिंसा की लड़ाई लड़ी हार गए और फिर अहिंसा की लड़ाई लड़ी जीत गए. और वह आपको बताएंगे, देखिए मेरे गुरु महात्मा गांधी है. गुजरात के महात्मा गांधी. जाइए अमेरिका, उनके राष्ट्रपति से पूछिए, उन्होंने कहा सिर्फ़ एक व्यक्ति उनको रास्ता दिखाता है और वह हैं महात्मा गांधी. और यह आपने दुनिया को दिया आपको मैं धन्यवाद करना चाहता हूं कि आपकी इस सोच ने मुझे गुरु दिया है. जो मुझे रास्ता दिखता है. जब मुझे होती है तो मैं उनसे जुड़ी किताब पढ़ता हूं. और बहुत गहरी सोच है उनकी. आजकल लोग कहते हैं कि भैया गांधीजी का वक़्त अब नहीं. बहुत ग़लत सोच है उनकी. जो राजनेता है, अगर वो ध्यान से पढ़े और समझे तो बहुत गहरी चीज़ें लिखी हैं गांधीजी ने. क्या लिखा? उन्होंने कहा देखो जब मेरे सामने कठिनाई होती है मुझे मालूम नहीं होता कि क्या करना है, तब मैं सोचता हूं कि जिससे सबसे कमज़ोर व्यक्ति का फ़ायदा होगा और अगर मुझे लगता है कि इससे सबसे कमज़ोर व्यक्ति को फ़ायदा होगा तो मैं उस काम को कर देता हूं. यह उनका नियम था. यह आपका इतिहास है. और यहां दूसरी सोच है. जब भी इनके सामने कोई कठिन दिसिज़न होता है तो यह सोचते हैं कि इससे सबसे अमीर व्यक्ति का फ़ायदा होगा तो मैं इसे कर डालता हूं. राजनेता का काम क्या होता है? ग़रीब को आवाज़ देना. गांधीजी ने कहा, गांधीजी आए, कांग्रेस पार्टी बंद पड़ी थी. हिन्दुस्तान की शक्ति कांग्रेस पार्टी में डाल दी. वह यह काम करते थे. कहते थे भैया राजनेता को अपने सपने दूसरी तरफ़ रख देने चाहिए औश्र जनता का सपना, जनता की सोच के लिए लड़ना चाहिए और यहां कैसा है, ऐसा लगता है कि गुजराती लोग कुछ नहीं कर रहे हैं. गुजरात आगे बढ़ रहा है तो सिर्फ़ एक व्यक्ति इस गुजरात को आगे बढ़ा रहा है. गुजरात का किसान, यहां का मज़दूर, आदिवासी, गुजरात का छोटा बिजनेसमैन, यह गुजरात को आगे नहीं बढ़ाते. सिर्फ़ एक व्यक्ति गुजरात को आगे ले जा रहा है. और यह बात दोहराई जाती है कि पहले कुछ नहीं होता था, अब होता है. सिर्फ़ एक व्यक्ति ही यह कर रहा है. यह कहा जा रहा है. कुरियन साहब थे उन्होंने अमूल को खड़ा किया. मगर नहीं आपके मुख्यमंत्री से पहले गुजरात में कुछ नहीं हुआ. आपके हाथ मैं मोबाइल है? यह आपको कैसे मिला? राजीव जी के साथ सैम पित्रोदा ने दिया. वह गुजरात के थे. आपके लोग जहां भी जाते हैं देश हो विदेश. डट के काम करते रहो. मगर नहीं गुजरात में विकास सिर्फ़ एक व्यक्ति करता है. ऐसा ही कहा जाता है. यूपीए की सरकार ने आपको मनरेगा दिया. मनरेगा का पैसा मिलता है आपको? हमने कहा, हर ग़रीब को हम रोज़गार का अधिकार देंगे. आज बीजेपी के लोग भ्रष्टाचार की बात करते हैं, लोकपाल की बात करते हैं. आरटीआई किसने दिया? कांग्रेस पार्टी ने. क्यों दिया? आम आदमी को आवाज़ देने के लिए. कोई भी सवाल आप सरकार के संबंध में पूछ सकते हो. मैंने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी. किसी ने आरटीआई डाल दिया कि भैया राहुल गांधी प्रधानमंत्री को क्या कह रहा है और वह अख़बारों में आ गया. इससे आपको शक्ति मिली. और यहां क्या होता है. कोई सुनवाई नहीं होती. डेढ़ लाख आदिवासी हैं, उनको ज़मीन नहीं मिली. आपकी आवाज़ दबा दी गई. सिर्फ़ एक आवाज़ सुनाई देती है आपके चीफ़ मिनिस्टर की. बाक़ी की आवाज़ दबा दी जाती है. विधानसभा में आपने वोट दिया. कितने दिन मिलती है असेंबली साल में? 24 दिन विधानसभा चलती है. आपकी आवाज़ दबाई जा रही है. लोकपाल बिल की बात की. लोकायुक्त है गुजरात में? भ्रष्टाचार की बात करते हैं, लेकिन न तो आरटीआई, न ही लोकपाल बिल का समर्थन करते हैं. अच्छा आप बताओ, कहते हैं गुजरात चमक रहा है. कितने दिन पानी मिलता है आपको? पीने का पानी, सिचाई का पानी है? रोज़गार है? यहां कोई उद्योग आया? कहां हुआ करोड़ों का इवेंस्टमेंट? मार्केटिंग बहुत अच्छी है. गुजरात चमक रहा है. भ्रष्टाचार नहीं है. मगर मार्केटिंग सिर्फ़ एक व्यक्ति की होती है. बाक़ी गुजरात की आवाज़ नहीं सुनाई देती। आपको यहां बदलाव लाना है. गुजरात की आवाज़ सुनाई देनी चाहिए. एक व्यक्ति प्रदेश को आगे नहीं बढ़ाता है. युवा, महिलाएं गुजरात को आगे बढ़ाते हैं. अंग्रेजी में कहते हैं मेरे पास आया, मेरी घड़ी देखी और मुझे टाइम बता दिया. यहां यही होता है. आप लोग काम करते हो, पसीना देते हो और एक व्यक्ति कहता है मैंने किया. आप में शक्ति है, आप पूरी दुनिया को बदल सकते हो. आदिवासी, ग़रीबों को साथ लेकर आगे बढ़ना है. यही कांग्रेस पार्टी की कोशिश होगी. 2004 से आपने यह करके दिखाया है. हमारे सारे प्रोग्राम ग़रीबों के लिए हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि अगर देश आगे बढ़ता है तो उसे ग़रीब और किसान आगे बढ़ाते हैं. कांग्रेस पार्टी को वोट दीजिए और यहां कांग्रेस की सरकार बनाइए. आप सब दूर- दूर से आए. इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.जयहिंद.

ईद मिलाद उन नबी की मुबारकबाद

ईद मिलाद उन नबी की मुबारकबाद

फ़िरदौस ख़ान की क़लम से

Star Web Media

ई-अख़बार पढ़ें

ब्लॉग

एक झलक

Followers

Search

Subscribe via email

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

साभार

इसमें शामिल ज़्यादातर तस्वीरें गूगल से साभार ली गई हैं