अगर एक पेड़ बोल सकता
तो क्या कहता वो...
क्या वो उन पक्षियों को याद करता
जिनकी चहक ने उसे गुलज़ार किया
वो उन बच्चों को याद करेंगे
जो उसकी छांह में खेले।
उन बुजुर्गों को..?
जिनकी मुट्ठी में चमकते थे स्मृतियों के जुगनू।
क्या वो उस हरी घास को याद करेगा
जो हक़ से उग आई थी उसके दामन में।
अगर एक पेड़ बोल सकता
तो क्या कहता वो...
-यूनुस ख़ान