नई दिल्ली. उम्र + 100 को नॉर्मल
ब्लड प्रेशर का
फॉर्मूला अब सच
नहीं रह गया
है। अब किसी
भी उम्र में
ब्लड प्रेशर को 120/80
mmHg से कम रखना
चाहिए।
एक
अंतर्राष्ट्रीय
अध्ययन का हवाला
देते हुए हार्ट
केयर फाउंडेशन ऑफ
इंडिया के अध्यक्ष
डॉ. के के अग्रवाल ने
कहा कि यहां
तक कि 80 साल की
उम्र के बाद
भी ब्लड प्रेशर
में कमी के
लिए दवा से
लकवे, हार्ट
अटैक और होने
वाली मौतों में
कमी लायी जा
सकती है। अध्ययन में
हाइपरटेंशन
के मामले में
बहुत अधिक उम्र
के लोगों को
शामिल किया गया
जिने 80 साल की
उम्र के उच्च
रक्तचाप वाले 3800 से अधिक
लोग थे।
30
सेकंड में खत्म
होने वाले दर्द
को करें नजरअंदाज
डॉ. अग्रवाल
ने कहा कि
सीने में किसी
भी तरह का
दर्द जो 30 सेकंड से
अधिक समय का
न हो उसका
सम्बध हृदय सम्बंधी
दर्द से नहीं
है। हृदय संबंधी दर्द मिनटों तक
रहता है और
अगर यह 20 मिनट से
अधिक समय तक
हो तो हार्ट
अटैक की आशंका
रहती है। डॉ. अग्रवाल
ने बताया कि
कोई भी सीने
का दर्द जिसे
उंगली से बताया
जा सके,
वह भी हृदय
सम्बंधी दर्द नहीं
होता है। हार्ट
अटैक के दर्द
को सीने के
बीचोंबीच फैला होता
है और इससे
जलन, असहजता, भारीपन या
दबाव का अनुभव
होता है।
डॉ.
अग्रवाल ने कहा
कि 40 की उम्र
के बाद पहली
बार सांस लेने
में परेशानी, सीने
में दर्द,
कमजोरी, थकावट
को नजरअंदाज नहीं
किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 40
साल के बाद
अगर व्यक्ति को
एक्सरसाइज करने में
दिक्कत हो या
कार को धक्का
देने में परेशानी
या फिर शादीशुदा
के अतिरिक्त सम्ब्ंध
या फिर जीवन
में पहली बार
खेलों में हिस्सा
लेने में परेशानी
वाले लोग भी
इसमें शामिल हैं।