स्टार न्यूज़ एजेंसी
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री
डॉ. मनमोहन सिंह
ने आज नई
दिल्ली में जनाब
सैयद मोहम्मद अली
साहिब थंगल की
पहली पुण्य तिथि
पर एक स्मारक
डाक टिकट जारी
किया। इस
अवसर पर बोलते
हुए प्रधानमंत्री ने
कहा कि जनाब
थंगल केरल के
महान सूपूत थे। वे एक प्रभावशाली
धार्मिक नेता और
सम्मानित राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने तीन
दशक से अधिक
समय तक केरल
राज्य की मुस्लिम
लीग का नेतृत्व
किया। राजनीतिक
नेता के तौर
पर उन्होंने कांग्रेस
आईयूएमएल गठबंधन के
रूप में भारत
में गठबंधन राजनीति
के पहले सफल
प्रयोग में योगदान
किया।
प्रधानमंत्री
ने कहा कि
जनाव थंगल बहुमुखी
प्रतिभा के धनी
थे। अरबी
भाषा विज्ञान का
गहरी जानकारी रखने
के अलावा वे
सूफी परम्पराओं के
ज्ञाता के रूप
मे जाने जाते
थे। यह
मारी संयुक्त संस्कृति
का प्रतिनिधित्व करती
है। थंगल
साहिब ने भारत
के बहुलवाद और
बहु-सांस्कृतिकवाद के प्रति
वचनबधता को साकार
रूप दिया।
डॉ. मनमोहन सिंह
ने कहा कि
थंगल साहिब को
लोकतांत्रिक
धर्मनिर्पेक्ष
सिध्दांतों
की आवाज और
धर्म निरपेक्ष एकता को
व्यावहारिक
रूप देने के
लिए लम्बे समय
तक याद किया
जाएगा। 1992 में देशव्यापी
साम्प्रदायिक
अशांति के कठिन
दौर के दौरान
शांति के लिए उनकी अपील
ने केरल में
कारगर काम किया। थंगल साहिब
ने अपने भाषणों
और लेखों के
द्वारा साम्प्रदायिक सद्भाव
को बढ़ावा दिया। उन्होंने
मानव-प्रेमी के
रूप में,
गरीबों और सुविधावंचकों
के सामाजिक-आर्थिक
उत्थान के लिए
अत्यधिक योगदान किया।
डा. मनमोहन सिंह
ने कहा कि
डाक टिकट का
जारी किया जाना
हमारे समय के
उस महान व्यक्ति
के प्रति हमारे
प्रेम और सम्मान
का एक लघु
संकेतक है। उस
महान धार्मिक और
राजनीतिक नेता के
प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांज लि यह
होगी कि जिन
सिध्दांतों
और मूल्यों के
लिए वे जिये, हम उन्हें
प्रोत्साहित
करें। उन्होंने
कहा कि थंगल
साहिब का जीवन
और उनकी शिक्षा
सदा हमारे लिए
प्रकाश स्तम्भ के
रूप मे हमारा
मार्ग दर्शन करते
रहेंगे और सहनशीलता, बहुलवाद और
धर्म निरपेक्षता की
स्वर्णिम परम्पराओं को सुदृढ करने
में हमारी सहायता
करती रहेंगी।