चांदनी
नई दिल्ली. अगर आप खर्राटे लेने के आदी हो गए और नींद के दौरान सांस लेने में दिक्कत होती है तो आपके लिए बीएसएनएल दिल का दरबार में एक मौका है जहां पर आप रविवार 26 सितंबर विश्व हृदय दिवस के मौके पर मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में चेकअप करवा सकते हैं।
हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. के के अग्रवाल के मुताबिक़ स्लीप एप्नीया के साथ खर्राटे लेना अचानक होने वाली मौत का आशंकित तथ्य है। खर्राटे लेने का मतलब गहरी नींद नहीं है, लेकिन यह नींद के बाधित होने का सूचक है।
खर्राटे लेने को अब काबू किया जा सकता है और अचानक होने वाली हृदय सम्बंधी मौत से भी बचाव संभव है। खर्राटे लेना उन लोगों में आम है जो मोटे हों साथ ही जिनकी गर्दन की चौड़ाई 40 सेमी से अधिक हो। नींद के दौरान जिन लोगों को एक घंटे में दस बार सांस लेने में दिक्कत हो तो उनमें खतरा ज्यादा होता है। ऐसे लोग दिन में भी सो जाते हैं।