स्टार न्यूज़ एजेंसी
बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश). सवाल दर सवाल से भाषण की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी लोगों को यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश की जनता अपना मत देने से पहले अन्य दलों के विकास के दावे या वादों को कसौटी पर अच्छी तरह से परख लें. आज राहुल गांधी ने स्याना की जनता से जनना चाहा कि पिछले 22 सालों में ग़ैर कांग्रेसी सरकारों से क्या हासिल हुआ है. जवाब में सभा में मौजूद लोगों के हुजूम में मौजूद युवाओं के एक विशाल समूह ने कहा कि उन्हें भाजपा, सपा और बसपा के शासन में परेशानी, दंगा और बेरोज़गारी हासिल हुई है.
उन्होंने सभा में बड़ी संख्या में आए युवाओं में से एक 16 वर्षीय छात्र से उसका नाम पूछा, जिसने अपने सिर पर कांग्रेस का झंडा पहना हुआ था. उस छात्र में ने अपना नाम मोहम्मद शाकिद बताया. इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि शाकिद जैसे हज़ारों युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है, क्योंकि उत्तर प्रदेश में इन्हें रोज़गार मिलना बहुत ही मुश्किल है, इसके लिए इन्हें महाराष्ट्र, दिल्ली जैसे दूसरे किसी राज्य में जाना पड़ेगा, लेकिन मै चाहता हूं कि इन्हें उत्तर प्रदेश में ही रोज़गार मिले, यहां पर अस्पताल सही तरीक़े से चलें, छात्रों को अच्छी शिक्षा मिले और यह सब काम कांग्रेस पार्टी करेगी.
बुलंदशहर ज़िले के स्याना क्षेत्र में सभा को संबोधित करने पहुंचे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि जब भट्टा-पारसौल, टप्पल में किसानों की ज़मीन बसपा सरकार ने ज़बरदस्ती ली तो कहा कि प्रदेश का विकास हो रहा है, लेकिन जब विकास के नाम पर हड़पकर बिल्डरों को आगे बेची गई ज़मीन का किसानों ने वाजिब मुआवज़ा मांगा तो उन्हें हक़ के बदले गोली मिली. यहां किसानों से ज़मीन लेकर बिल्डरों को दी जा रही है और उसका फ़ायदा हाथी हड़प रहा है. उत्तर प्रदेश में किसानों की ज़मीन पर बिल्डर कमाएगा और हाथी नोट खाएगा.
युवाओं के बाद राहुल गांधी ने किसानों से सवाल किया कि पिछले 22 सालों में उत्तर प्रदेश की सरकार ने क्या आप लोगों को ज़रूरत पड़ने पर पानी दिया, बिजली दी? सभा में आए तमाम किसानों जवाब में नहीं कहकर अपनी आवाज़ बुलंद की.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि जब हम किसानों के बीच गए तो किसानों ने हमें बताया कि किस तरह से क़र्ज़ के कारण उनका जीवन कठिन हो गया है और मदद के लिए न तो प्रदेश सरकार अपना हाथ बढ़ा रही है और न ही बैंक उन्हें नया क़र्ज़ दे रहे हैं. तब केंद्र सरकार ने किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया और एक बार फिर से उनके लिए बैंक के दरवाज़े खोले.
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नेता सिर्फ़ वादे ही करते है और जब वादे पूरे करने की बारी आती है, उस वक़्त सब ग़ायब हो जाते हैं. दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की सरकार है. 2004 में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले कांग्रेस पार्टी ने लोगों से सिर्फ़ एक ही वादा किया था, आम आदमी की सरकार का, जिसे पूरा भी किया. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हम काम करते हैं, इसलिए 2004 के बाद 2009 में लोगों ने कांग्रेस पार्टी को चुना. हम सबकी सरकार चलाते है, किसी एक जाति-धर्म की नहीं, लेकिन उत्तर प्रदेश पिछले 22 सालों से कोई काम नहीं हो रहा, सिर्फ़ जात और धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि 2004 में सरकार बनने के बाद हम दूसरे नेताओं की तरह एसी कमरों में बैठे नहीं रहे. हम आप लोगों के पास आए और आपसे ही पूछा कि आपके लिए क्या कर सकते है? आपने ही हमें बताया कि गांव के मुक़ाबले शहरों में रोज़गार आसानी से मिल जाता है, जिसके कारण लगातार पलायान हो रहा है. युवा रोज़गार के लिए शहरों में बस जाते हैं और परिवार गांव में पीछे छूट जाता है. इसलिए गांव में भी रोज़गार मिलना चाहिए. कांग्रेस पार्टी ने हर काम करने वाले व्यक्ति को 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से साल में 100 दिनों तक कुल 12000 हज़ार रुपये देने का मनरेगा क़ानून बनाया. यह तब हुआ, जब हम आपके पास आए और आपने हमें बताया, लेकिन उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री मायवती जी कहती है कि मनरेगा से किसी को फ़ायदा नहीं होता. दूसरी तरफ़ बीजेपी के लोग सवाल उठाते है कि पैसा कहां से आएगा? जब हमने दिखा दिया कि आप लोगों ने देश की प्रगति की है, सरकार के पास पैसा उस तरक्क़ी के ज़रिये आता है, तो उन्होंने कहा कि पैसा ज़ाया हो रहा है.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों को बताया कि कांग्रेस पार्टी अब लोगों को भोजन का अधिकार देने की बात कर रही है, जिसमें हर ग़रीब परिवार को 35 किलो अनाज दिया जाएगा. इस योजना के लागू होने के बाद देश में कोई भी भूखा नहीं रहेगा, लेकिन मायावती जी फिर से कह रही हैं कि यह कांग्रेस पार्टी का नाटक है. मुलायम सिंह जी और बीजेपी के लोग सवाल कर रहे है कि पैसा कहां से आएगा? राहुल गांधी ने कहा कि जब भी कांग्रेस पार्टी देश के लोगों के हित में कोई काम करती है तो विपक्ष के लोग उसे या तो कांग्रेस पार्टी का नाटक बताते हैं या फिर सवाल करते हैं कि पैसा कहां से आएगा?
राहुल गांधी ने कहा कि हमने सच्चर आयोग बनाकर उसकी सिफ़ारिशों को लागू किया. सच्चर आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि अल्पसंख्यक पिछड़ रहे हैं, उन्हें मदद की ज़रूरत है, तो हमने उनके विकास के लिए पैसा भेजा. छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए करोड़ों रुपये की छात्रवृति भेजी, जो केरल पहुंच गई, असम पहुंच गई, आंध्र प्रदेश पहुंच गई, महाराष्ट्र तक पहुंच गई, लेकिन उत्तर प्रदेश में नहीं पहुंची, क्योंकि यहां लोगों के हक़ का पैसा कभी हाथी खा जाता है, कभी साइकिल ले जाती है.
उन्होंने कहा कि चुनाव आ गए है तो मुलायम सिंह जी कहते हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे, लेकिन बिजली देंगे कहां से, जब पिछले 22 सालों से प्रदेश में कोई भी कारख़ाना नहीं लगा है. मुलायम सिंह जी चुनाव के वक़्त ही कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, लेकिन जब बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था और लोग बेहाल थे, उस वक़्त वहां उन किसानों का हाल जानने के लिए कोई नहीं पहुंचा.
राहुल गांधी ने कहा कि जब बुनकर हमारे पास आए और हमसे कहा कि पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश की सरकार उनकी तरफ़ ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण उनका व्यवसाय चौपट हो रहा है. उन्हें मदद की ज़रूरत है, तो प्रधानमंत्री जी ने उनका क़र्ज़ माफ़ किया और उनकी मदद की. बुनकरों को बैंक से दो लाख रुपये तक लोन और बुनकर क्रेडिट कार्ड देने की व्यवस्था की और अब मुलायम सिंह जी कहते हैं कि वह बुनकरों के हक़ की लड़ाई लड़ेंगे.
आरक्षण मुद्दे पर राहुल गांधी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण दिया तो मुलायम सिंह जी ने कहा कि कम दिया, अगर वह होते तो ज़्यादा देते, लेकिन जब आरक्षण देने के बारे में पत्रकारों ने उनसे सवाल किया तो वह कुछ नहीं बोले, सिर्फ़ सन्नाटा ही था, और तो और वह ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उस वक़्त भी उन्होंने यह काम नहीं किया और जब उन्हीं की पार्टी के रशीद मसूद जी ने आरक्षण देने की मांग की तो उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
राहुल गांधी ने सभा में आए तमाम लोगों से कहा कि आप लोगों ने दूसरे दलों को 22 साल दिए है, अब पांच साल कांग्रेस को दें, उत्तर प्रदेश में बदलाव दिखाई देने लगेगा और अगले दस सालों में दूसरे राज्य के लोग उत्तर प्रदेश को पहचान नहीं सकेंगे. हम यहां चुनाव जीतने नहीं आए है, हमारा मक़सद उत्तर प्रदेश को बदलना है. राहुल गांधी ने कहा कि जब तक उत्तर प्रदेश बदलेगा नहीं, तब तक राहुल गांधी यहीं लोगों के बीच में ही नज़र आएगा. उन्होंने कहा कि बदलाव लाने का काम युवा करते है और उत्तर प्रदेश के युवाओं पर मुझे पूरा भरोसा है. अब बदलाव का समय है, इसलिए हाथी और साइकिल को हटाओ और कांग्रेस की सरकार लाओ.
बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश). सवाल दर सवाल से भाषण की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी लोगों को यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश की जनता अपना मत देने से पहले अन्य दलों के विकास के दावे या वादों को कसौटी पर अच्छी तरह से परख लें. आज राहुल गांधी ने स्याना की जनता से जनना चाहा कि पिछले 22 सालों में ग़ैर कांग्रेसी सरकारों से क्या हासिल हुआ है. जवाब में सभा में मौजूद लोगों के हुजूम में मौजूद युवाओं के एक विशाल समूह ने कहा कि उन्हें भाजपा, सपा और बसपा के शासन में परेशानी, दंगा और बेरोज़गारी हासिल हुई है.
उन्होंने सभा में बड़ी संख्या में आए युवाओं में से एक 16 वर्षीय छात्र से उसका नाम पूछा, जिसने अपने सिर पर कांग्रेस का झंडा पहना हुआ था. उस छात्र में ने अपना नाम मोहम्मद शाकिद बताया. इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि शाकिद जैसे हज़ारों युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है, क्योंकि उत्तर प्रदेश में इन्हें रोज़गार मिलना बहुत ही मुश्किल है, इसके लिए इन्हें महाराष्ट्र, दिल्ली जैसे दूसरे किसी राज्य में जाना पड़ेगा, लेकिन मै चाहता हूं कि इन्हें उत्तर प्रदेश में ही रोज़गार मिले, यहां पर अस्पताल सही तरीक़े से चलें, छात्रों को अच्छी शिक्षा मिले और यह सब काम कांग्रेस पार्टी करेगी.
बुलंदशहर ज़िले के स्याना क्षेत्र में सभा को संबोधित करने पहुंचे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि जब भट्टा-पारसौल, टप्पल में किसानों की ज़मीन बसपा सरकार ने ज़बरदस्ती ली तो कहा कि प्रदेश का विकास हो रहा है, लेकिन जब विकास के नाम पर हड़पकर बिल्डरों को आगे बेची गई ज़मीन का किसानों ने वाजिब मुआवज़ा मांगा तो उन्हें हक़ के बदले गोली मिली. यहां किसानों से ज़मीन लेकर बिल्डरों को दी जा रही है और उसका फ़ायदा हाथी हड़प रहा है. उत्तर प्रदेश में किसानों की ज़मीन पर बिल्डर कमाएगा और हाथी नोट खाएगा.
युवाओं के बाद राहुल गांधी ने किसानों से सवाल किया कि पिछले 22 सालों में उत्तर प्रदेश की सरकार ने क्या आप लोगों को ज़रूरत पड़ने पर पानी दिया, बिजली दी? सभा में आए तमाम किसानों जवाब में नहीं कहकर अपनी आवाज़ बुलंद की.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि जब हम किसानों के बीच गए तो किसानों ने हमें बताया कि किस तरह से क़र्ज़ के कारण उनका जीवन कठिन हो गया है और मदद के लिए न तो प्रदेश सरकार अपना हाथ बढ़ा रही है और न ही बैंक उन्हें नया क़र्ज़ दे रहे हैं. तब केंद्र सरकार ने किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया और एक बार फिर से उनके लिए बैंक के दरवाज़े खोले.
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नेता सिर्फ़ वादे ही करते है और जब वादे पूरे करने की बारी आती है, उस वक़्त सब ग़ायब हो जाते हैं. दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की सरकार है. 2004 में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले कांग्रेस पार्टी ने लोगों से सिर्फ़ एक ही वादा किया था, आम आदमी की सरकार का, जिसे पूरा भी किया. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हम काम करते हैं, इसलिए 2004 के बाद 2009 में लोगों ने कांग्रेस पार्टी को चुना. हम सबकी सरकार चलाते है, किसी एक जाति-धर्म की नहीं, लेकिन उत्तर प्रदेश पिछले 22 सालों से कोई काम नहीं हो रहा, सिर्फ़ जात और धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि 2004 में सरकार बनने के बाद हम दूसरे नेताओं की तरह एसी कमरों में बैठे नहीं रहे. हम आप लोगों के पास आए और आपसे ही पूछा कि आपके लिए क्या कर सकते है? आपने ही हमें बताया कि गांव के मुक़ाबले शहरों में रोज़गार आसानी से मिल जाता है, जिसके कारण लगातार पलायान हो रहा है. युवा रोज़गार के लिए शहरों में बस जाते हैं और परिवार गांव में पीछे छूट जाता है. इसलिए गांव में भी रोज़गार मिलना चाहिए. कांग्रेस पार्टी ने हर काम करने वाले व्यक्ति को 120 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से साल में 100 दिनों तक कुल 12000 हज़ार रुपये देने का मनरेगा क़ानून बनाया. यह तब हुआ, जब हम आपके पास आए और आपने हमें बताया, लेकिन उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री मायवती जी कहती है कि मनरेगा से किसी को फ़ायदा नहीं होता. दूसरी तरफ़ बीजेपी के लोग सवाल उठाते है कि पैसा कहां से आएगा? जब हमने दिखा दिया कि आप लोगों ने देश की प्रगति की है, सरकार के पास पैसा उस तरक्क़ी के ज़रिये आता है, तो उन्होंने कहा कि पैसा ज़ाया हो रहा है.
कांग्रेस महासचिव ने लोगों को बताया कि कांग्रेस पार्टी अब लोगों को भोजन का अधिकार देने की बात कर रही है, जिसमें हर ग़रीब परिवार को 35 किलो अनाज दिया जाएगा. इस योजना के लागू होने के बाद देश में कोई भी भूखा नहीं रहेगा, लेकिन मायावती जी फिर से कह रही हैं कि यह कांग्रेस पार्टी का नाटक है. मुलायम सिंह जी और बीजेपी के लोग सवाल कर रहे है कि पैसा कहां से आएगा? राहुल गांधी ने कहा कि जब भी कांग्रेस पार्टी देश के लोगों के हित में कोई काम करती है तो विपक्ष के लोग उसे या तो कांग्रेस पार्टी का नाटक बताते हैं या फिर सवाल करते हैं कि पैसा कहां से आएगा?
राहुल गांधी ने कहा कि हमने सच्चर आयोग बनाकर उसकी सिफ़ारिशों को लागू किया. सच्चर आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि अल्पसंख्यक पिछड़ रहे हैं, उन्हें मदद की ज़रूरत है, तो हमने उनके विकास के लिए पैसा भेजा. छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए करोड़ों रुपये की छात्रवृति भेजी, जो केरल पहुंच गई, असम पहुंच गई, आंध्र प्रदेश पहुंच गई, महाराष्ट्र तक पहुंच गई, लेकिन उत्तर प्रदेश में नहीं पहुंची, क्योंकि यहां लोगों के हक़ का पैसा कभी हाथी खा जाता है, कभी साइकिल ले जाती है.
उन्होंने कहा कि चुनाव आ गए है तो मुलायम सिंह जी कहते हैं कि बिजली मुफ्त दे देंगे, लेकिन बिजली देंगे कहां से, जब पिछले 22 सालों से प्रदेश में कोई भी कारख़ाना नहीं लगा है. मुलायम सिंह जी चुनाव के वक़्त ही कह रहे हैं कि बुंदेलखंड को इजराइल में बदल देंगे, लेकिन जब बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था और लोग बेहाल थे, उस वक़्त वहां उन किसानों का हाल जानने के लिए कोई नहीं पहुंचा.
राहुल गांधी ने कहा कि जब बुनकर हमारे पास आए और हमसे कहा कि पिछले 22 सालों से उत्तर प्रदेश की सरकार उनकी तरफ़ ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण उनका व्यवसाय चौपट हो रहा है. उन्हें मदद की ज़रूरत है, तो प्रधानमंत्री जी ने उनका क़र्ज़ माफ़ किया और उनकी मदद की. बुनकरों को बैंक से दो लाख रुपये तक लोन और बुनकर क्रेडिट कार्ड देने की व्यवस्था की और अब मुलायम सिंह जी कहते हैं कि वह बुनकरों के हक़ की लड़ाई लड़ेंगे.
आरक्षण मुद्दे पर राहुल गांधी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फ़ीसदी आरक्षण दिया तो मुलायम सिंह जी ने कहा कि कम दिया, अगर वह होते तो ज़्यादा देते, लेकिन जब आरक्षण देने के बारे में पत्रकारों ने उनसे सवाल किया तो वह कुछ नहीं बोले, सिर्फ़ सन्नाटा ही था, और तो और वह ख़ुद तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उस वक़्त भी उन्होंने यह काम नहीं किया और जब उन्हीं की पार्टी के रशीद मसूद जी ने आरक्षण देने की मांग की तो उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
राहुल गांधी ने सभा में आए तमाम लोगों से कहा कि आप लोगों ने दूसरे दलों को 22 साल दिए है, अब पांच साल कांग्रेस को दें, उत्तर प्रदेश में बदलाव दिखाई देने लगेगा और अगले दस सालों में दूसरे राज्य के लोग उत्तर प्रदेश को पहचान नहीं सकेंगे. हम यहां चुनाव जीतने नहीं आए है, हमारा मक़सद उत्तर प्रदेश को बदलना है. राहुल गांधी ने कहा कि जब तक उत्तर प्रदेश बदलेगा नहीं, तब तक राहुल गांधी यहीं लोगों के बीच में ही नज़र आएगा. उन्होंने कहा कि बदलाव लाने का काम युवा करते है और उत्तर प्रदेश के युवाओं पर मुझे पूरा भरोसा है. अब बदलाव का समय है, इसलिए हाथी और साइकिल को हटाओ और कांग्रेस की सरकार लाओ.