अलग-अलग एक्सरसाइज़ का घुटनों के जोड़ों पर अलग-अलग असर पड़ता है. जिनको घुटनों की समस्या हो, आर्थराइटिस हो अथवा जिन्होंने घुटने बदलवाएं हों उनके लिए सबसे सुरक्षित एक्सरसाइज़ है टहलना, बाइक चलाना, पैदल लंबी यात्रा करना, एक्सरसाइज़ बाइक पर घूमना, बड़े वृत्त वाले ट्रेनर पर घूमना और ट्रेडमिल पर चलना. अगर स्पोर्ट्स वाली एक्सरसाइज़ अपनाना चाहते हैं, तो डिबल्स टेनिस खेलें. ऊंचाई से उतरने और स्कीइंग को भी एक्सरसाइज़ की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं.
चिकित्सकों के मुताबिक़ सबसे ज़्यादा दबाव उत्पन्न करने वाली एक्सरसाइज़ जॉगिंग और गोल्फ़ स्विंग हैं.
किस एक्सरसाइज़ का है कितना असर
बाइकिंग सबसे कम दबाव उत्पन्न करती है, ऐसे मे इसका व्यक्ति के शरीर के वज़न का 1.3 गुना असर पड़ता है.
ट्रेडमिल पर चलना दूसरा बेहतर तरीक़ा है. इससे शरीर के वज़न का ढाई गुना दबाव पड़ता है.
ज़मीन पर चलने के दौरान शरीर के वज़न का 2.6 गुना दबाव उत्पन्न होता है.
टेनिस खेलते समय वज़न का 3.1 से 3.8 गुना दबाव पड़ता है.
जॉगिंग शरीर के वज़न का 4.3 गुना दबाव उत्पन्न करता है.
गोल्फ़ स्विंग के दौरान शरीर के वज़न का 4.5 गुना घुटने के अगले भाग पर और 3.2 गुना घुटने के पिछले भाग पर असर पड़ता है.