चांदनी
नई दिल्ली. धूम्रपान अब भी मौत का एक प्रमुख कारण है। जिससे बचा जा सकता है सिर्फ तंबाकू के सेवन से फेफड़े का कैंसर होता है, बल्कि यह कैंसर अन्य तरह के सांस संबंधी समस्याओं के अलावा हृदय बीमारी में भी लागू होता है। विश्व स्वास्थ संगठन के अनुमान के मुताबिक 2030 तक औद्योगिक क्षेत्र वाले 30 लाख लोग तंबाकू की वजह से मौत के शिकार होंगे साथ ही विकासशील देशों के 70 लाख अतिरिक्त लोग इसी तरह की समस्या से ग्रसित होंगे। धूम्रपान से होने वाले नुकसान पर उल्टाव, गैर धूम्रपान वालों जितना करना संभव है] जैसा कि जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट में दर्शाया गया है।

जो महिलाएं धूम्रपान करना छोड़ देती हैं तो आखिरी सिगरेट छोड़ने के पांच साल के अदंर उनमें कोरानरी हार्ट डिसीज से मौत के खतरे में 21 फीसदी की कमी जाती है। धूम्रपान के त्यागने के बाद अन्य तरह के मामलों में भी कमी आती है जिनमें कई तरह की बीमारियां शामिल हैं। क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज में 20 साल तक लग जाते हैं।
हार्ट केयर फाउंडेशन   ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. के के अग्रवाल  के मुताबिक़  

सिगरेट के लिए कोई ऐसा समय नहीं होता कि अब तो बहुत वक्त हो गया, इसे कभी भी बंद कर सकते हैं। वर्तमान में धूम्रपान करने वाली महिलाओं में धूम्रपान करने वालों की तुलना में तीन गुना अधिक मौत का खतरा होता है। धूम्रपान करने वालों में धूम्रपान करने वालों की तुलना में कोलन कैंसर का खतरा भी 63 फीसदी ज्यादा होता है, जबकि धूम्रपान छोड़ चुकने वालों में यह खतरा 23 फीसदी होता है। धूम्रपान करने वालों और ओवरियन कैंसर के बीच कोई महत्वपूर्ण संबंध नहीं है।

जो महिलाएं जल्द धूम्रपान करना शुरू कर देती हैं उनमें कुल मिलाकर सांस संबंधी समस्या मौत का खतरा कहीं ज्यादा होता है बनिस्बत अन्य किसी धूम्रपान संबंधी बीमारी के। लेकिन धूम्रपान करने वालों में गैर धूम्रपान करने वालों में जितना खतरा धूम्रपान त्यागने के 20 साल बाद होता जाता है। धूम्रपान छोड़ने के पांच साल बाद कुल होने वाले खतरे में 13 फीसदी की कमी हो जाती है। इसके अलावा धूम्रपान त्यागने के पहले पांच साल बाद ज्यादातर कोरोनरी हार्ट डिसीज के खतरे खत्म हो जाते हैं।

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज की स्थिति सामान्य होने में 20 साल लग जाते हैं, हालांकि धूम्रपान छोड़ने के 5 से 10 साल के अंदर 18 फीसदी की कमी हो जाती है। फेफड़े के कैंसर मामले में धूम्रपान छोड़ने बाद सामान्य स्थिति में 30 साल लग जाते हैं और इसमें पहले पांच सालों में 21 फीसदी तक की कमी हो जाती है। 

ईद मिलाद उन नबी की मुबारकबाद

ईद मिलाद उन नबी की मुबारकबाद

फ़िरदौस ख़ान की क़लम से

Star Web Media

ई-अख़बार पढ़ें

ब्लॉग

एक झलक

Followers

Search

Subscribe via email

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

साभार

इसमें शामिल ज़्यादातर तस्वीरें गूगल से साभार ली गई हैं